कोल्हान बंद: चाईबासा लाठीचार्ज के विरोध में सड़कें वीरान, पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के नेतृत्व में आंदोलन

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क/ जमशेदपुर : चाईबासा में ‘नो-एंट्री’ आंदोलन के दौरान आदिवासी ग्रामीणों पर पुलिस के लाठीचार्ज और आंसू गैस के इस्तेमाल के खिलाफ कोल्हान क्षेत्र में आज पूर्ण बंद का ऐलान किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के नेतृत्व में भाजपा और आदिवासी संगठनों ने इस बंद को बुलाया, जिसका व्यापक असर पड़ा। चाईबासा, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम सहित कोल्हान के सभी जिलों में बाजार, स्कूल-कॉलेज, बस सेवाएं ठप रहीं। जमशेदपुर में भी सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा, हालांकि पूर्वी सिंहभूम को आचार संहिता के कारण आधिकारिक रूप से बंद से बाहर रखा गया।

कैसे बढ़ा बवाल?

सड़क हादसों की मार पर ग्रामीणों का आक्रोश
चाईबासा के एनएच-220 और बाईपास पर दिन के समय भारी वाहनों की आवाजाही से हो रहे लगातार सड़क हादसों के खिलाफ ग्रामीण लंबे समय से ‘नो-एंट्री’ की मांग कर रहे थे। पिछले कुछ महीनों में कई मौतें हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। सोमवार देर रात तांबो चौक पर शांतिपूर्ण धरना दे रहे सैकड़ों आदिवासी महिलाओं-पुरुषों को मंत्री दीपक बिरुआ के आवास घेराव से रोकने पर स्थिति बिगड़ गई। ग्रामीणों के पथराव के जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। एसडीपीओ बाहमन टूटी की गाड़ी को नुकसान पहुंचा, जबकि कई पुलिसकर्मी घायल हुए। 21 से अधिक आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया।

चंपाई सोरेन का आक्रोश मार्च

बंद से एक दिन पहले मंगलवार को पूर्व सीएम चंपाई सोरेन घायल आंदोलनकारियों से मिलने चाईबासा पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी। सोरेन ने इसे ‘आदिवासी विरोधी रवैया’ बताते हुए हेमंत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आदिवासी संगठनों के साथ बैठक कर बंद का ऐलान किया। भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन भी किया। आजसू पार्टी ने भी बंद का समर्थन किया।

बंद का व्यापक असर: सड़कें जाम, यात्री परेशान

  • चाईबासा: सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। भाजपा कार्यकर्ता टायर जलाकर सड़क जाम करते नजर आए। दुकानें, पेट्रोल पंप बंद रहे। लंबे रूट की बसें रुकीं, यात्री फंस गए।
  • जमशेदपुर-आदित्यपुर: बाजार सुबह बंद रहे, लेकिन दोपहर तक कुछ जगहें खुल गईं। शेरे पंजाब चौक पर भाजपा समर्थकों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। मंडल अध्यक्ष देवेश महापात्र के नेतृत्व में पूर्व पार्षद बरजो राम, संजय सरदार समेत कई नेता शामिल। थाना प्रभारी विनोद तिर्की ने समझा कर शांत कराया।
  • सोनुआ-सह संवेदनशील इलाके: पुलिस बल तैनात रहे। रोड घेराव शांतिपूर्ण समाप्त, आवागमन बहाल किया गया है।

भाजपा ने बंद के जरिए तीन मांगें रखी

  1. लाठीचार्ज करने और कराने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई।
  2. गिरफ्तार आंदोलनकारियों की बिना शर्त रिहाई।
  3. कोल्हानवासियों से वार्ता कर ‘नो-एंट्री’ मांग पूरी करना।

सोशल मीडिया पर गूंजा आक्रोश

एक्स पर कोल्हान बंद ट्रेंड कर रहा। मीरा मुंडा, कांचन उगुरसांडी समेत कई नेता सड़कों पर उतरने की तस्वीरें शेयर कर रहे। चंपाई सोरेन के समर्थक सरकार पर ‘जनविरोधी’ होने का आरोप लगा रहे। पुलिस ने शांतिपूर्ण रहने की अपील की है। स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन आंदोलनकारी चेतावनी दे रहे कि मांगें पूरी न होने पर संघर्ष तेज होगा।

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