धनबाद (निरसा): दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम टीम डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी के मामले में सोमवार देर शाम कुमारधुबी के बरडंगाल रविदास टोला पहुंची। टीम इस मामले में दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद आरोपी शिव रविदास को रिमांड पर लेकर उसके घर पहुंची और आवश्यक साक्ष्य जुटाए।
🔍 रिमांड पर लेकर आरोपी के घर पहुंची पुलिस
दिल्ली पुलिस टीम आरोपी शिव रविदास को लेकर उसके आवास पर पहुंची, जहां पूछताछ के साथ-साथ मामले से जुड़े अहम साक्ष्य एकत्र किए गए। हालांकि पुलिस टीम ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने से इनकार किया और केवल इतना कहा कि साक्ष्य जुटाने के उद्देश्य से यहां आई थी।
👮♂️ स्थानीय पुलिस का मिला सहयोग
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई में कुमारधुबी ओपी के एएसआई सुरेश देवगम पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे और टीम को स्थानीय स्तर पर सहयोग प्रदान किया।
💻 1.60 करोड़ की साइबर ठगी में शामिल होने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी शिव रविदास ने साइबर क्राइम गिरोह के साथ मिलकर करीब 1.60 करोड़ रुपये की ठगी की है। इस मामले में कई अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।
🕵️♂️ फरार भाई की तलाश जारी
पुलिस इसी सिलसिले में शिव रविदास के भाई शंभू रविदास की भी तलाश कर रही थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। बताया जा रहा है कि उसने निरसा के तिलतोड़िया स्थित अपने ससुराल में शरण ले रखी है।
🚔 साक्ष्य जुटाकर लौट गई दिल्ली पुलिस टीम
घर से जरूरी साक्ष्य जुटाने के बाद दिल्ली पुलिस की टीम आरोपी शिव रविदास को लेकर वापस लौट गई।
⚠️ पुलिसिया कार्रवाई से लोगों में आक्रोश
रविदास टोला बना साइबर ठगी का सेफ जोन!
स्थानीय लोगों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि बरडंगाल का रविदास टोला वर्षों से साइबर ठगी का सेफ जोन बना हुआ है, जहां दर्जनों परिवार इस अवैध कारोबार में शामिल हैं।
👶 नाबालिगों को भी ठगी में किया जा रहा शामिल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि साइबर ठगी के इस नेटवर्क में नाबालिगों को भी शामिल किया जा रहा है, जिनका काम ठगी से आए पैसों को एटीएम से निकालना होता है।
🏦 बैंक खातों और एटीएम कार्ड का हो रहा दुरुपयोग
लोगों के अनुसार, कई युवा लालच में आकर इस गिरोह से जुड़ रहे हैं। आरोप है कि एक बड़ी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा युवा नेता इस पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहा है, जिसके पास विभिन्न बैंक खातों के एटीएम कार्ड हैं और उनका इस्तेमाल साइबर ठगी में किया जाता है।
🚨 बड़ी कार्रवाई की उठी मांग
स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन से इस पूरे साइबर ठगी नेटवर्क पर बड़ी और सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि क्षेत्र को साइबर अपराध से मुक्त किया जा सके।

