पांकी अंचल के ताल पंचायत अंतर्गत ग्राम औका में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की ओर से एक आमसभा आयोजित की गई, जिसमें ग्रामीण विकास की दुर्दशा को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला गया। सभा की अध्यक्षता गनौरी भूइंया ने की और इसमें औका, खजूरी, मतुली, करार, आबुन, गिड़ी, छापर सहित दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने भाग लिया।
वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सूर्यपत सिंह ने कहा कि यह क्षेत्र कभी जमींदारी शोषण का गढ़ रहा है, जिसे 1989 में कम्युनिस्ट आंदोलन ने मुक्त कराया था। लेकिन अब वही जमीनें पुनः पूर्व जमींदार परिवार द्वारा कंपनियों को बेची जा रही हैं और दलित-आदिवासियों को उजाड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि CPI इस साजिश को सफल नहीं होने देगी।
सभा को संबोधित करते हुए जिला सचिव सह राष्ट्रीय परिषद सदस्य रूचिर कुमार तिवारी ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “भाजपा के विधायक और सांसद को विकास से कोई मतलब नहीं है, वे सिर्फ हिंदू-मुस्लिम की राजनीति को ही विकास समझते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पांकी के ग्रामीण इलाकों में सड़कों की हालत जर्जर है, बच्चों के लिए भेजी गई साइकिलें प्रखंड कार्यालय में धूप-पानी में खराब हो रही हैं और औका विद्यालय में रसोई कक्ष किसी भी वक्त दुर्घटना का कारण बन सकता है। लेकिन इन मुद्दों पर कोई जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देता।
किसानों की चिंता भी इस बैठक में प्रमुख मुद्दा रही। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष उमेश सिंह चेरो और किसान नेता रामराज तिवारी ने समय पर बीज वितरण न होने पर चिंता जताई। बैठक में किसान सभा के उपाध्यक्ष सनी सिंह भी उपस्थित थे।
बैठक के अंत में संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से ग्राम औका से रामलाल भूइंया को शाखा सचिव, रंगू मोची को सहायक सचिव तथा ग्राम मतुली से पुरनचंद सिंह (शाखा सचिव), रहुफ अंसारी व बिपत सिंह को सहायक सचिव नियुक्त किया गया।