डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: बिहार से लेकर बंगाल तक गंगा नदी अपने भयावक रूप में बह रही और गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। वहीं कई जगह पर गंगा नदी चेतावनी रेखा पार चुकी है।
इसी बीच गंगा नदी का जलस्तर रविवार को साहिबगंज में चेतावनी रेखा 26.25 मीटर को पार कर गया। दोपहर तीन बजे जलस्तर 26.28 मीटर मापा गया। इसमें प्रतिघंटा एक सेंटीमीटर की वृद्धि हो रही थी। अब गंगा नदी का जलस्तर खतरे का निशान 27.25 मीटर की तरफ बढ़ने लगी है।
तीन साल बाद गंगा के जलस्तर ने चेतावनी रेखा को किया पार
वहीं,सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले तीन साल में यहां जुलाई में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा का पार नहीं कर पा रहा था।
पिछले साल नौ अगस्त को गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा काे पार कर 26.26 मीटर पर पहुंचा था। 2022 में 22 अगस्त को जलस्तर 26.25 मीटर व 2021 में 30 जुलाई को जलस्तर 26.26 मीटर रिकॉर्ड किया गया था।
नाली के जरिए शहर में घुसा पानी
लगातार जलस्तर बढ़ने से शहर में नाली के जरिए पानी घुसने लगा है। हालांकि, अभी तक कोई परेशानी नहीं हुई है। गंगा का रूप भयावह दिखने लगा है। नगर परिषद क्षेत्र के चानन गांव में कटाव जारी है। शहरी पेयजलापूर्ति योजना की पंप हाउस का दीवाल गंगा में समा चुका है।
इधर,पंप हाउस की मशीन हटाने की कवायद जारी है। रामपुर दियारा गांव में पानी घुस चुका है। किसान मवेशी लेकर सूखे स्थान पर पहुंचने लगे हैं। दियारा में घास पतवार डूबने से लोग शहर से सूखी लकड़ी जलावन के लिए ले जा रहे हैं। फेरी सेवा बंद होने से लोग नाव से उफनती गंगा में पार करने को मजबूर है।
जलस्तर बढ़ने से दियारा में लगी सभी फसलें हुई बर्बाद
गंगा का जलस्तर बढ़ने से दियारा में लगी मक्का, सब्जी, बाजरा की फसल डूब चुकी है। जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सर्वे का जिम्मा प्रखंड के सीओ व बीडीओ को सौंपा है। बहुत जल्द संभावित बाढ़ को देखते हुए जिला प्रशासन तमाम पदाधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहा है।
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