डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसका नाम है ‘सिकुई-दिकुई अभियान’। उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के नेतृत्व में शुरू हुए इस अभियान का मुख्य लक्ष्य विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण और समावेशी शिक्षा देना है, ताकि वे अपनी बौद्धिक, शैक्षणिक और नेतृत्व क्षमता को विकसित कर सकें।
इस अभियान के तहत जिला प्रशासन के अधिकारी हर गुरुवार को स्वेच्छा से स्कूलों का दौरा करेंगे। उनका उद्देश्य सिर्फ शिक्षण स्तर का मूल्यांकन करना ही नहीं, बल्कि शिक्षकों और छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करना भी है। इस पहल के माध्यम से, अगले छह महीनों में जिले के 30% स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
अभियान की मुख्य विशेषताएं
‘सिकुई-दिकुई अभियान’ का उद्देश्य केवल छात्रों को बेहतर शिक्षा देना नहीं, बल्कि पूरे विद्यालयी तंत्र को मजबूत बनाना भी है। इसके लिए इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
प्रभावी शिक्षण-पद्धति: शिक्षण के तरीकों को और बेहतर बनाना।
आई.सी.टी और पुस्तकालय का उपयोग: सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) और पुस्तकालयों का सही तरीके से इस्तेमाल सुनिश्चित करना।
नियमित पी.टी.एम: अभिभावक-शिक्षक बैठकों (Parent-Teacher Meetings) को नियमित रूप से आयोजित कर अभिभावकों की भागीदारी बढ़ाना।
बाल संसद: स्कूलों में ‘बाल संसद’ का सुचारू संचालन करना ताकि विद्यार्थियों में नेतृत्व और संवाद कौशल विकसित हो सके।
सामुदायिक भागीदारी: स्थानीय जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों की भागीदारी को सुनिश्चित करना।