जमशेदपुर : उपायुक्त विजया जाधव के संवेदनशील प्रयास से डेमकाडीह बस्ती, जमशेदपुर सदर प्रखंड की 4 सबर बच्चियां फिर से शिक्षा ग्रहण कर अपना भविष्य गढ़ सकेंगी। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक को अनाथ मंगली सबर से तत्काल बच्चे से संपर्क स्थापित कर केजीबीवी में नामांकन कराने का आदेश दिया गया था। इसी क्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक ने डेमकाडीह बस्ती में 3 और सबर बच्चियों का मामला जिला उपायुक्त के संज्ञान में लाया जिनका उन्होंने नामांकन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। अब मंगली सबर के साथ-साथ सुमित्रा सबर, मुस्कान सबर और पूजा सबर भी शिक्षा ग्रहण कर सकेंगी। मुस्कान सबर, पूजा सबर कस्तूरबा की ड्रॉप आउट हैं इसलिए इनका नामांकन केजीबीवी में नहीं कराते हुए तत्काल सिमुलडांगा उच्च विद्यालय में नामांकन कराया जा रहा, ताकि लर्निंग लेवल क्लास करने के बाद केजीबीवी में पुनः नामांकन कराया जा सके। सुमित्रा और मंगली सबर केजीबीबी में पढ़ेंगी।
पूजा सबर और सुमित्रा सबर बहन है। मुस्कान, पूजा और सुमित्रा तीनों के पिता नहीं है, इनकी माताजी भरण पोषण करती थी, जो स्कूल में पढ़ाने में समर्थ नहीं होने के कारण बच्चों को स्कूल नहीं भेज पाती थी।
जिला उपायुक्त विजया जाधव ने चारों बच्चों के शिक्षा से जुड़ने पर खुशी जताते हुए कहा कि हमारे संविधान ने सभी को शिक्षा का मौलिक अधिकार दिया है ऐसे में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे जिला प्रशासन का यह सतत प्रयास है। उन्होंने बताया कि चारों बच्चे आदिम जनजाति सबर से ताल्लुक रखते हैं, जिनको सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने व उनका समग्र विकास की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा संवेदनशील प्रयास किये जा रहे हैं। हमारा प्रयास है कि सुदूर दुर्गम क्षेत्रों में निवास करने वाले इन सबर परिवारों को मौलिक सुविधाओं का लाभ मिले, मुख्यधारा से जुड़ें। जिला उपायुक्त ने चारों बच्चियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आशा है पढ़ लिखकर देश की अच्छी नागरिक बनें, देश सेवा में अपना योगदान दें। बच्चों को उनके पठन-पाठन में कोई परेशानी नहीं आये, इसके नियमित अनुश्रवण के निर्देश जिला शिक्षा अधीक्षक को उन्होंने दिया है।