मेमको मोड़ के पास भटकती मिली सात वर्षीय आदिवासी बच्ची, बालिका गृह में किया गया आवासित, मानव तस्करी की जताई जा रही है शंका

Anupam Kumar
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धनबाद : बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के मेमको मोड़ के पास बुधवार को एक सात वर्षीय आदिवासी बच्ची मिली। बच्ची की आंखों में परेशानी है। वह काफी रो रही थी।ह्यूमैनिटी संस्था के गौतम मंडल ने सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन को इसकी सूचना दी। नियम के हिसाब से पुलिस को इसमें सीडब्ल्यूसी के पास प्रोडक्शन देना चाहिए ताकि जुवेनाइल जस्टिस एक्ट और रूल के तहत आदेश किया जा सके। हालांकि पुलिस ने काफी विलम्ब किया। बाद में एक न्यूज चैनल के दफ़्तर से भी सीडब्ल्यूसी को कॉल आया। रांची से पालोना की मोनिका आर्य ने भी सीडब्ल्यूसी से संपर्क किया। सीडब्ल्यूसी ने डीएसपी अमर पांडेय एवं स्पेशल पुलिस जुवेनाइल यूनिट से संपर्क किया। विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र के प्रबंधक को भी को ऑर्डिनेशन में लगाया। बाद में वरीय अधिकारी के निर्देश पर पुलिस ने बच्ची को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया।
बालिका ने बताया कि उसकी मां ने ही उसे बरवा अड्डा में एक व्यक्ति के पास छोड़ दिया था। वह कभी अपना घर सरिया तो कभी होरलाडीह बता रही है।वह हेंब्रम परिवार से है। मुन्ना नामक उसका एक भाई भी है। बच्ची ने कहा मां ने उसे कभी स्कूल नहीं भेजा।
बच्ची के संबंध में सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन उत्तम मुखर्जी ने सरिया पुलिस व सीडब्ल्यूसी गिरिडीह से भी संपर्क किया है।
मेडिकल के बाद बच्ची को फिलहाल बालिका गृह में आवासित किया गया है। बच्ची के संबंध में मीडिया में इश्तहार देने का निर्देश जिला बाल संरक्षण इकाई को दिया गया है। बरवा अड्डा पुलिस को भी निर्देशित किया गया है ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला प्रतीत होता है। इस बिंदु पर जांच हो।

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