
मिरर मीडिया : देश में आपातकाल को लागू हुए 48 वर्ष हो चुके हैं। इस मौके पर रविवार को प्रधनमंत्री मोदी समेत भाजपा के कई नेताओं ने ट्वीट कर आपातकाल का विरोध करने वाले नेताओं को श्रद्धांजलि दी है।
नेताओं ने खुले रूप से प्रधनमंत्री इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी को दोशी ठहराते हुए कहा कि 25 जून 1975 भारत के इतिहास में हमेशा काले दिन के रूप में याद किया जाएगा । कांग्रेस पार्टी ने अपने स्वार्थ के लिए देश के नागरिकों के मौलिक अधिकार को छिना था।
आपको बता दे कि प्रधनमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए, 25 जून 1975 को देश में आपातकाल घोषित किया था । जो करीब 21 महीने यानी 25 मार्च 1975 से लेकर 21 मार्च 1977 तक चला ।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और देश में लोकतंत्र की भावना को मजबूत करने के लिए काम किया। आपातकाल हमारे देश के इतिहास का कभी ना भूला जा सकने वाला समय है, जो संविधान के मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है।
वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी आपातकाल पर ट्वीट करते हुए लिखा कि ’25 जून 1975 को एक परिवार ने अपने तानाशाही रवैये के कारण देश के महान लोकतंत्र की हत्या की और आपातकाल जैसा कलंक थोपा था। जिसकी निर्दयता ने सैकड़ों वर्षों के विदेशी शासन के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया। ऐसे कठिन समय में असीम यातनाएं सहकर लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करने वाले सभी राष्ट्र भक्तों को नमन करता हूं।