गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व में ट्विटर) पर एक दस्तावेज़ साझा करते हुए दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1991 में हुआ एक सैन्य समझौता कांग्रेस समर्थित सरकार के कार्यकाल में हुआ था।
दुबे ने कहा,
“राहुल गांधी जी, यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है। 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान-प्रदान भारत व पाकिस्तान एक-दूसरे से करेगा। क्या यह समझौता देशद्रोह है?”
उन्होंने आगे कहा,
“कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी आपको शोभा नहीं देती।”
दरअसल, 6 अप्रैल 1991 को भारत और पाकिस्तान के बीच एक समझौता हुआ था, जिसमें दोनों देशों ने एक-दूसरे को सैन्य अभ्यासों, सैनिकों की तैनाती और युद्धाभ्यासों की अग्रिम सूचना देने पर सहमति जताई थी। यह समझौता नई दिल्ली में हस्ताक्षरित हुआ था और 19 अगस्त 1992 को यह प्रभाव में आया। इसका उद्देश्य था कि दोनों देशों के बीच किसी भी संभावित सैन्य गलतफहमी से बचा जा सके।




समझौते के अनुसार:
दोनों देश एक-दूसरे को सैन्य अभ्यासों की सूचना तय समयसीमा में देंगे।
जमीनी, हवाई और नौसेना अभ्यासों की जानकारी साझा की जाएगी।
सैन्य विमानों की सीमावर्ती उड़ानों पर भी नियम तय किए गए हैं।
यह समझौता उस समय की कांग्रेस समर्थित सरकार (चंद्रशेखर सरकार) के दौरान हुआ था। भाजपा इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा मानते हुए कांग्रेस पर हमलावर है, जबकि कांग्रेस की ओर से अभी तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।