भारतीय बुलियन बाजार में आज ऐतिहासिक दिन रहा, जब चांदी ने ₹1.08 लाख प्रति किलोग्राम का नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। यह पहला मौका है जब चांदी की कीमत ने इतनी ऊंचाई छुई है, और इसने सोने को भी पीछे छोड़ दिया है, जिसकी कीमत आज गिरकर ₹97,780 प्रति 10 ग्राम पर आ गई।
📈 चांदी की कीमतों में उछाल: क्या हैं प्रमुख कारण?
विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी की कीमतों में इस जबरदस्त तेजी के पीछे कई अहम कारण हैं:
🌍 वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव: रूस-यूक्रेन युद्ध, मिडल ईस्ट की अस्थिरता और चीन-अमेरिका व्यापार तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प की ओर मोड़ा है।
💵 डॉलर में कमजोरी: अमेरिकी डॉलर की गिरावट से चांदी व अन्य धातुओं की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूत हो रही हैं।
🔋 औद्योगिक मांग में इज़ाफा: सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में चांदी की भारी मांग देखी जा रही है।
📊 तकनीकी ब्रेकआउट: ₹1.07 लाख का स्तर पार करते ही ट्रेडर्स ने चांदी में और तेजी से खरीद शुरू कर दी।
💬 विशेषज्ञों की राय: दीवाली तक कहां पहुंचेगी कीमत?
Tejas Shigreka (Angel One) कहते हैं:
“₹102,132/किलो के ऊपर बंद होना एक मजबूत संकेत था। यदि चांदी ₹1,08,700 को पार कर जाती है, तो अगला लक्ष्य ₹1,12,900 हो सकता है।”Apurva Sheth (SAMCO Securities) का कहना है:
“पिछले दो वर्षों में ऐसा मजबूत ब्रेकआउट नहीं देखा गया। यदि यह रैली बनी रहती है, तो दीवाली तक ₹1.20–1.25 लाख प्रति किलो तक की संभावना है।”
📉 सोने में गिरावट: निवेशकों ने रुख बदला?
चांदी की तेजी के साथ ही सोने की चमक कुछ फीकी पड़ी है:
सोना ₹280 की गिरावट के साथ ₹97,780 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशक अब अल्पकालिक रिटर्न की उम्मीद में चांदी की ओर शिफ्ट कर रहे हैं।
📊 अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
लंदन मेटल एक्सचेंज में चांदी $36.30 प्रति आउंस पर पहुंची – 0.9% की बढ़ोतरी।
सोने की कीमत $2,295 प्रति आउंस पर स्थिर रही।
🧠 निवेशकों के लिए सलाह: क्या करें?
रणनीति सुझाव
लॉन्ग टर्म निवेश यदि निवेश 6 महीने से अधिक का है, तो चांदी में SIP के रूप में निवेश कर सकते हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग तेजी की स्थिति में मुनाफा वसूली भी एक रणनीति हो सकती है।
डायवर्सिफिकेशन केवल चांदी या सोने पर निर्भर न रहें, पोर्टफोलियो को विविध रखें।
⚠️ सावधानी: अत्यधिक तेजी के बाद अक्सर मुनाफा वसूली होती है। ऐसे में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।
🔮 भविष्य की झलक: क्या चांदी ₹1.25 लाख तक जाएगी?
विश्लेषकों का मानना है कि यदि भू-राजनीतिक हालात ज्यों के त्यों रहते हैं और औद्योगिक मांग बरकरार रहती है, तो:
अगस्त 2025 तक ₹1.12–1.15 लाख का लक्ष्य।
दीवाली 2025 तक ₹1.20–1.25 लाख का स्तर मुमकिन।