चांदी ने बनाया इतिहास, पहली बार 2.5 लाख रुपये प्रति किलो के पार, निवेशकों की चांदी

KK Sagar
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चांदी की कीमतें लगातार रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रही हैं। साल खत्म होने से पहले ही चांदी ने ऐसा इतिहास रच दिया है, जो पहले कभी नहीं देखा गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी की कीमत पहली बार 2.50 लाख रुपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर गई है। इस तेज़ी ने न सिर्फ घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी हलचल मचा दी है।

MCX पर चांदी ने छुआ अब तक का सबसे ऊंचा स्तर

MCX पर सिल्वर मार्च वायदा 5.99% की तेजी के साथ ₹2,54,174 प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सुबह करीब 9:40 बजे चांदी का भाव ₹2,51,746 था इसमें ₹11,959 (4.99%) की बढ़त दर्ज की गई

कारोबारी सत्र के दौरान चांदी ने ₹14,387 की छलांग लगाई

गुरुवार को जहां चांदी ₹2,39,787 पर बंद हुई थी, वहीं सोमवार को इसने ऐतिहासिक ऊंचाई छू ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी दिखी ऐतिहासिक तेजी चांदी की चमक सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रही।

COMEX पर सिल्वर फ्यूचर 4% से ज्यादा की तेजी के साथ $80.40 प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया सत्र की शुरुआत में स्पॉट सिल्वर $83.62 तक गया, हालांकि बाद में मुनाफावसूली के चलते $78.12 प्रति औंस पर आ गया

लंदन में चांदी 59.46 पाउंड प्रति औंस

यूरोप में 68.25 यूरो प्रति औंस पर पहुंच गई है।

दिसंबर में ही 45% से ज्यादा का रिटर्न

दिसंबर महीने में चांदी ने निवेशकों को जबर्दस्त मुनाफा दिया है। नवंबर के आखिरी कारोबारी दिन चांदी ₹1,74,981 प्रति किलो थी

अब कीमत ₹2,54,174 पहुंच चुकी है

यानी ₹79,193 प्रति किलो की बढ़त

सिर्फ दिसंबर में 45.28% का रिटर्न

वहीं सालाना आधार पर देखें तो

पिछले साल चांदी ₹87,233 थी

इस साल अब तक 191.37% का शानदार रिटर्न

सोना भी चमका, लेकिन चांदी के आगे फीका

चांदी के साथ-साथ सोने की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली।

MCX पर सोना ₹1,40,444 प्रति 10 ग्राम के हाई पर पहुंचा इसमें ₹571 की बढ़त दर्ज की गई

हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि जितनी तेज़ी चांदी में दिखी है, उतनी सोने में नहीं। अनुमान है कि अगले साल सोना ₹1.50 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।

चांदी क्यों भाग रही है? जानिए बड़ी वजहें

विश्लेषकों के अनुसार चांदी की इस ऐतिहासिक तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं—

ग्लोबल सप्लाई में कमी

इंडस्ट्रियल डिमांड में जबरदस्त उछाल

AI डेटा सेंटर, सोलर पैनल, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में बढ़ता इस्तेमाल

फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती

जियो-पॉलिटिकल टेंशन और ट्रेड अनिश्चितता

आगे कहां तक जाएगी चांदी?

विश्लेषकों का अनुमान है कि—

MCX पर चांदी ₹2,75,000 प्रति किलो तक जा सकती है

ग्लोबल लेवल पर कीमत $80–85 प्रति औंस तक टिक सकती है

चीन द्वारा 1 जनवरी 2026 से चांदी के निर्यात पर लाइसेंस अनिवार्य किए जाने से सप्लाई चेन पर असर पड़ेगा, जिसका फायदा चांदी की कीमतों को मिल सकता है।

निवेशकों के लिए क्या संकेत?

बाजार जानकारों का कहना है कि 2026 तक भी चांदी निवेशकों की पसंद बनी रह सकती है। ब्याज दरों में कटौती, वैश्विक तनाव और इंडस्ट्रियल डिमांड इसे मजबूती देंगे।

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