डिजिटल डेस्क/कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया में अब तक कम से कम 10 लाख वोटरों के नाम सूची से हटाए जाने का अनुमान है। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, बूथ लेवल ऑफिसर द्वारा घर-घर जाकर किए गए सत्यापन के आधार पर यह संख्या सामने आई है। इन हटाए जाने वाले नामों में से करीब 6.5 लाख वोटर मृत पाए गए हैं। इसके अलावा, कई फर्जी, स्थानांतरित (ट्रांसफर हुए), और अनुपलब्ध (गायब) मतदाताओं के नाम भी सूची से हटाए जा रहे हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज अग्रवाल ने बताया कि 24 नवंबर तक राज्य में 99.75 प्रतिशत (लगभग 7.64 करोड़) गणना फॉर्म बांटे जा चुके हैं, और 59.4 प्रतिशत फॉर्म का डिजिटाइजेशन हो चुका है। फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 9 दिसंबर को प्रकाशित की जाएगी।
सीईओ ने बताया कि अब तक एसआईआर के काम में पूर्वी बर्द्धमान, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर, मालदा और पूर्व मेदिनीपुर जैसे जिले आगे हैं। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि एसआईआर के काम के दबाव में अब तक तीन बीएलओ की मौत हो चुकी है, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी गई है। सीईओ ने काम कर रहे बीएलओ की सराहना करते हुए उन्हें ‘एसआईआर का हीरो’ बताया।

