मिरर मीडिया : सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने के बावजूद धनबाद को कुछ नहीं मिला मानो धनबाद अब खाली खाली सा हो गया है। धनबाद में एयरपोर्ट की व्यवस्था नहीं हो सकी, लंबी दूरी की सीधी ट्रेन नहीं मिल सकी एम्स भी नहीं हो सके वहीं अब डीवीसी का सेंट्रल लोड डिस्पैच सिस्टम की भी बंगाल शिफ्टिंग की तैयारी है।
आपको बता दें कि बिजली संकट झेल रहे धनबाद वासियों के लिए अब एक और दोहरी संकट सामने खड़ी हो गईं। लगातार बिजली कटौती करने के बाद अब डीवीसी सेंट्रल लोड डिस्पैच को मैथन से बंगाल शिफ्ट करने की तैयारी में जुट चुकी है। इसके शिफ्ट होने से राज्य के 7 जिलों में बिजली सप्लाई लोडसेटिंग और शिफ्टिंग पर राज्य सरकार द्वारा बनाए जाने वाला दबाव भी लगभग समाप्त हो जाएगा। साथ ही बिजली आपूर्ति पर भी इसका असर पड़ेगा। यानी कि विभाग के अधिकारी और कर्मी जो डीपीसी का रोना रोते थे अब उनकी भी समस्या खत्म हो जाएगी वही कोलकाता शिफ्ट होने के बाद धनबाद में विद्युत व्यवस्था भी चरमराने के आसार हैं क्योंकि झारखंड विद्युत वितरण निगम प्राइवेट लिमिटेड के पास इतनी तैयारी नहीं है।