जमुई जिला के सोनो प्रखंड अंतर्गत ग्राम कटहराटांड स्थित बरनार नदी पर प्रस्तावित बरनार जलाशय योजना को लेकर सोमवार को जिला पदाधिकारी नवीन ने स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान विभिन्न विभागों के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।

76 फीट ऊंचा और 285 मीटर लंबा होगा डैम
निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रस्तावित योजना के तहत नदी पर 285 मीटर लंबा और 76 फीट ऊंचा डैम बनाया जाएगा। इससे मुख्य नहर और चार शाखा नहरों का निर्माण होगा, जिनकी कुल लंबाई करीब 40 किलोमीटर होगी। परियोजना से लगभग 22,000 हेक्टेयर भूमि सिंचित हो सकेगी।
किसानों के लिए बरदान
बरनार जलाशय से जमुई, झाझा, सिकंदरा और खैरा प्रखंड के किसानों को सीधा लाभ होगा। यह योजना न केवल सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराएगी बल्कि भूजल स्तर में आ रही लगातार गिरावट की समस्या को भी दूर करेगी। विशेषज्ञ इसे जमुई की हरित क्रांति की दिशा में बड़ा कदम मान रहे हैं।
1976 में बनी थी योजना, 1991 से ठप पड़ा काम
बरनार जलाशय योजना की शुरुआत वर्ष 1976 में हुई थी। 1988 में डैम निर्माण हेतु कार्य आवंटित किया गया, लेकिन भूमि अधिग्रहण एवं प्रशासनिक अड़चनों के कारण 1991 से परियोजना ठप पड़ी रही। अब लगभग तीन दशक बाद यह योजना फिर से रफ्तार पकड़ रही है।
मुख्यमंत्री के प्रयास से मिली नई ऊर्जा
पूर्व में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समृद्ध बिहार यात्रा के दौरान इस योजना के पुनः निर्माण की घोषणा की थी। वर्तमान में विस्थापित किसानों को मुआवजा देने और चयनित एजेंसी के साथ अनुबंध की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द ही एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।