डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सदन में पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपनी बात रखी, और यह चर्चा लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है। उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है, क्योंकि देश ने हमें यहां सेवा करने का अवसर दिया है।
‘फैमिली फर्स्ट’ बनाम ‘नेशन फर्स्ट’
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह एक परिवार तक सीमित हो गई है, इसलिए उसके लिए ‘सबका विकास, सबका साथ’ संभव नहीं है। उन्होंने 2014 के आम चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि तब देश को विकास का एक नया मॉडल मिला, क्योंकि कांग्रेस के शासनकाल में तुष्टिकरण की राजनीति अपने चरम पर थी। उन्होंने कहा,जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा, समझा और समर्थन दिया। हमारा मॉडल ‘नेशन फर्स्ट’ है, जबकि कांग्रेस का ‘फैमिली फर्स्ट’। कांग्रेस की राजनीति झूठ, फरेब और तुष्टिकरण से भरी रही है।
ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की उपलब्धि
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को भी उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया, जो दशकों से लंबित था। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार ने सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10% आरक्षण दिया, जिससे किसी भी वर्ग के अधिकारों को नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा,बिना किसी तनाव के गरीबों को आरक्षण मिला और SC, ST, OBC समुदायों ने भी इस फैसले का स्वागत किया।
ट्रांसजेंडर और दिव्यांगों के लिए मिशन मोड में काम
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने दिव्यांगों के लिए मिशन मोड में काम करने और ट्रांसजेंडर समुदाय के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने विकास यात्रा में नारी शक्ति के योगदान की भी सराहना की।
बाबा साहेब अंबेडकर और कांग्रेस की राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के प्रति किए गए व्यवहार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर को हराने के लिए हरसंभव प्रयास किया, लेकिन जनता ने उनके विचारों का सम्मान किया। पीएम मोदी ने कहा, आज कांग्रेस मजबूरी में ‘जय भीम’ बोल रही है, जबकि पहले उन्होंने बाबा साहेब को चुनावों में हराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी।प्रधानमंत्री मोदी के इस भाषण के दौरान राज्यसभा में कई बार सत्ता पक्ष के सांसदों ने तालियां बजाकर उनका समर्थन किया, जबकि विपक्ष की ओर से हंगामा भी देखने को मिला।