झाझा: महिलाओं और बालिकाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने तथा गंभीर बीमारियों से बचाव के उद्देश्य से “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार अभियान” के तहत झाझा में HPV वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई है। इस क्रम में गुरुवार को ST JOSEPH’S School, झाझा में विशेष टीकाकरण शिविर आयोजित किया गया, जहाँ 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग की लगभग 250 छात्राओं को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) का टीका लगाया गया।

यूनिसेफ़ और स्वास्थ्य विभाग की पहल
यूनिसेफ़ से रेफरल अस्पताल झाझा की BMC शिवानी ने बताया कि यह टीकाकरण अभियान झाझा प्रखंड के सरकारी और निजी दोनों विद्यालयों में चलाया जा रहा है। HPV वैक्सीन की दो डोज़ होती हैं, जो छह महीने के अंतराल पर दी जाती हैं। यानी, जो छात्राएँ विद्यालय में पहला डोज़ ले चुकी हैं, उन्हें छह महीने बाद दूसरा डोज़ अवश्य दिया जाएगा।
अन्य विद्यालयों में भी जारी रहेगा अभियान
उन्होंने बताया कि झाझा में निजी विद्यालयों में वैक्सीनेशन की शुरुआत ST JOSEPH’S School से की गई है। शुक्रवार को यह कार्यक्रम वेलहम चैंप्स स्कूल में तथा शनिवार को Sardonyx School में आयोजित किया जाएगा।

छूटे हुए बच्चों के लिए व्यवस्था
BMC शिवानी ने यह भी बताया कि जिन छात्राओं का किसी कारणवश वैक्सीनेशन नहीं हो पाया, वे झाझा रेफरल अस्पताल में जाकर टीका लगवा सकती हैं। वहीं यदि छूटी हुई बच्चियों की संख्या 50 के आसपास हो जाती है, तो विद्यालय में ही विशेष कैंप लगाकर टीकाकरण की व्यवस्था की जाएगी।
सहमति पत्र और सावधानियाँ
विद्यालय प्रशासन ने बताया कि टीकाकरण केवल उन्हीं छात्राओं को दिया गया, जिनके माता-पिता ने लिखित सहमति पत्र जमा किया था। साथ ही निर्देश दिए गए थे कि छात्राएँ नाश्ता करके स्कूल आएँ और अपनी डायरी में आधार कार्ड नंबर साफ-साफ लिखकर लाएँ।
HPV वैक्सीन क्यों जरूरी है
HPV यानी ह्यूमन पैपिलोमा वायरस महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर का एक प्रमुख कारण है। विशेषज्ञों का मानना है कि 9 से 14 वर्ष की आयु में HPV टीका सबसे प्रभावी होता है। यह वैक्सीन न सिर्फ कैंसर से बचाव करती है बल्कि HPV संक्रमण से होने वाली अन्य गंभीर बीमारियों के खतरे को भी काफी हद तक कम करती है।
अभियान का संदेश
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार की आधारशिला है। HPV वैक्सीनेशन अभियान बालिकाओं को सुरक्षित भविष्य देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल साबित होगा।

