जमशेदपुर : आज से कोरोना की बूस्टर डोज की शुरूआत देशभर में की जा रही है। पूर्वी सिंहभूम जिले में भी लोगों को कोरोना की बूस्टर डोज दी जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने विस्तृत गाइडलाइन भी जारी कर दिया है। वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग सह एसडीएम धालभूम संदीप कुमार मीणा ने बताया कि ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग(कोविन पोर्टल में) तथा वॉक इन दोनों माध्यम में उक्त केटेगरी के लाभुकों का जिले में टीकाकरण किया जाना है। जिन लाभुकों को दूसरा डोज लेने के बाद 9 महीने या 39 सप्ताह बीत चुके हैं सिर्फ वे ही बूस्टर डोज के लिए योग्य होंगे। उन्होंने कहा कि अगर 9 महीने या 39 सप्ताह बीत जाने के बाद कोई लाभुक कोविन पोर्टल पर स्लॉट बुक कराना चाह रहे हों तो उन्हें विकल्प दिखेगा अन्यथा इससे पहले बूस्टर डोज लेना चाहेंगे तो विकल्प नहीं दिखेगा। ऐसा ही वॉक इन टीकाकरण में होगा जहां आधार नम्बर और पुराने फोन नम्बर दर्ज करने पर पहले के दोनों डोज कब लिया है इसकी जानकारी मिल जाएगी तथा 9 महीने या 39 सप्ताह वाली योग्यता पूरी करते होंगे तभी बूस्टर डोज मिल पाएगी। वरीय प्रभारी वैक्सीनेशन कोषांग ने कहा कि COVID-19 वैक्सीन का बूस्टर डोज उसी वैक्सीन की होगी जो पहले दो खुराक में दी गई थी। जिन लोगों ने पहले कोवैक्सिन लगवाया है, उन्हें कोवैक्सिन लगाई जाएगी, जिन्हें कोविशील्ड की दो खुराक मिली है, उन्हें कोविशील्ड ही लगाई जाएगी।
बूस्टर डोज की गाइडलाइन
1.हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर या 60 वर्ष या इससे ऊपर के लोगों को कोविन पोर्टल पर नया निबंधन नहीं करना होगा, कोविन पोर्टल पर पुराने एकाउंट से ही टीकाकरण होगा जिससे उन्होंने पहले का दोनों डोज लिया है।
- बूस्टर डोज के लिए टीकाकरण प्रक्रिया ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग तथा वॉक इन मोड में 10 जनवरी से शुरू है। प्रिकॉशन डोज या बूस्टर डोज की खुराक स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दी जाएगी।
- जिन लोगों को यह टीका लगाना है, वे जिले में किसी भी COVID टीकाकरण केंद्र में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन या सीधे वहां पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं।
- 60 साल और उससे अधिक आयु के नागरिकों को बूस्टर डोज के लिए डॉक्टर से सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं है। हालांकि ऐसे व्यक्तियों को तीसरी खुराक लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।
जिला प्रशासन सभी योग्य लाभुकों से अपील की है कि वे अपना बूस्टर डोज जरूर लें। जिले में दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या तथा ओमिक्रोन के बढ़ते प्रसार को देखते हुए आवश्यक है कि बूस्टर डोज से लाभुकों को आच्छादित किया जाए ताकि लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।