Bihar: भारत-पाक सीजफायर के बीच बिहार में सतर्कता बरकरार, वेट एंड वॉच की स्थिति में राज्य सरकार

Neelam
By Neelam
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भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हो चुका है, लेकिन जारी तनाव है। हालांकि 11-12 मई की रात को सीमा पर किसी तरह की फायरिंग नहीं हुई है, फिर भी पाकिस्तान के पलटवार करने वाली चाल को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था सख्त बनी हुई है। सीजफायर की घोषणा के बावजूद तनाव की स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार फिलहाल ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में है। फिलहाल सभी विभाग को अलर्ट मोड़ में रहने को कहा गया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे रहने के कारण सीमांचल को रेड ज़ोन में रखा गया है। गृह विभाग से लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय भारत सरकार के अगले कदम और निर्देशों का इंतजार कर रही है। तब तक राज्य में जारी अलर्ट और नागरिक सुरक्षा के तमाम उपाय लागू रहेंगे।

अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर किसी तरह की छूट नहीं

बिहार पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल बिहार की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर किसी तरह की छूट नहीं दी गयी है। बगहा से लेकर किशनगंज तक बिहार की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अर्द्धसैनिक बलों के साथ स्थानीय पुलिस की गश्त बरकरार रहेगी। पुलिस सहित सभी एजेंसियों को अलर्ट रखा गया है और खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई जारी रहेगी। सामान्य आवाजाही के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों, सामग्रियों और वाहनों की भी निरंतर जांच होगी।

सीएम नीतीश ने दिए सतर्कता बरतने के निर्देश 

इसस पहले, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शनिवार को पूर्णिया में सीमावर्ती जिले के डीएम-एसपी सहित वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक में संदिग्धों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिये थे। साथ ही राज्यभर में महत्वपूर्ण सड़कों, पुलों, रेलवे लाइन, एयरपोर्ट, पेट्रोल-डीजल डिपो, गैस स्टेशन एवं अन्य धार्मिक स्थल जैसे सार्वजनिक स्थानों पर विशेष निगरानी बरकरार रहेगी।

संवेदनशील स्थानों पर मॉकड्रिल के निर्देश

सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी मॉकड्रिल होती रहेंगी। सुरक्षा और कानून व्यवस्था से जुड़े पुलिसकर्मियों को लगातार अलर्ट मोड पर रखा जाएगा। खास कर संवेदनशील स्थानों पर मॉकड्रिल का आयोजन होगा, ताकि आपातकालीन परिस्थिति के कारण स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिले। इसी कड़ी में शनिवार को पटना के महावीर मंदिर में आंतकी हमले की मॉकड्रिल हुई थी। आपातकालीन स्थिति से निबटने को लेकर स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उनके प्रशिक्षण को लेकर भी विशेष कार्ययोजना तैयार की जा रही है।

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