मिरर मीडिया : मंकीपॉक्स को लेकर भारतमें भी कई राज्यों ने सतर्कता शुरू कर दी है। उत्तरप्रदेश के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार ने भी इस संदर्भ में एहतियात करना शुरू कर दी है। इस बाबत अस्पतालों से कहा है कि वे विदेश से आने वाले उन मरीजों के लिए अलग सुविधाएं तैयार करें, जिनमें मंकीपॉक्स के लक्षण पाए जाते हैं। एक एडवाइजरी में, स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को आइसोलेशन बेड तैयार रखने को कहा और संदिग्ध मरीजों से नमूने लेकर उन्हें पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजने का निर्देश दिया है.
हालांकि भारत में मंकीपॉक्स की रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन विभिन्न देशों में नए मामले सामने आने के बाद भारत में इस बीमारी के होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। यह नोट सभी जिला प्रशासनों, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) और सभी मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों को भेजा गया है।
इधर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक ने कहा, फिलहाल, भारत में किसी के भी शरीर में मंकीपॉक्स वायरस का कोई सबूत नहीं है, लेकिन हमें सावधानी बरतनी चाहिए। कोई भी व्यक्ति जो विदेश से या फिर विदेश से आ रहा है और उनमें बुखार या सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें तुरंत आइसोलेशन में रखा जाना चाहिए।