जमशेदपुर।कराटे डू एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने स्थानीय सुख सागर होटल सांकची जमशेदपुर में प्रेसवार्ता किया जिसमें सचिव राहुल गोप ने कहा कराटे डू एसोसिएशन ऑफ झारखंड झारखंड की एक मात्र पुरानी एवं रजिस्टर्ड संस्था है जो झारखंड अलग राज्य होने के उपरांत से ही कार्य कर रही है विगत प्रत्येक वर्ष स्टेट कराटे चैंपियनशिप स्टेट प्रशिक्षण शिविर जिसमें कराटे के कोच एवं सीनियर कराटे खिलाड़ी भाग लेते हैं और उनको इस प्रशिक्षण शिविर में एडवांस ट्रेनिंग देकर प्रशिक्षित किया जाता है जैसा कि आप सभी को मालूम है कराटे डू एसोसिएशन ऑफ झारखंड के द्वारा ही पहली बार राष्ट्रीय खेल में कराटे को शामिल किया गया था और झारखंड से इसी संस्था के माध्यम से 7 सदस्य दल आसाम गुवाहाटी नेशनल में गए थे विगत झारखंड में हुई 34 वी राष्ट्रीय खेल में इसी एसोसिएशन के माध्यम से झारखंड टीम के 15 खिलाड़ियों ने ने भाग लिया और 6 पदक प्राप्त किया पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार के द्वारा प्रोत्साहन राशि के रूप में 28 लाख रुपया दिया गया प्रशिक्षित करने वाले कराटे के प्रशिक्षकों को भी सम्मानित किया गया और 2021 में सभी पदक प्राप्त खिलाड़ियों को राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में कार्य करने की हेतु नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया भारत में 19 सौ 78 से ऑल इंडिया कराटे फेडरेशन लगातार कराटे के क्षेत्र में काम कर रही है जिसको विश्व कराटे संघ ,भारत सरकार खेल मंत्रालय एवं भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा मान्यता दिया गया । 2013 मुंबई में ऑल इंडिया कराटे दो फेडरेशन का चुनाव हुआ और जयपुर के रामेश्वर निर्माण जी अध्यक्ष एवं झारखंड के नंदजी प्रसाद जी महासचिव चुने गए जो लोग चुनाव में हार गए थे उन्होंने सोची समझी साजिश के तहत चुपके से ऑल इंडिया कराटे दो फेडरेशन का नाम बदलकर कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया रखकर भारत सरकार ,विश्व कराटे संघ एवं भारतीय ओलंपिक संघ को गुमराह कर पर्सनल टच के कारण मान्यता हासिल कर लिया गया था । जब ऑल इंडिया कराटे फेडरेशन को यह बात पता चली फेडरेशन के महासचिव ने मुंबई में त्यागराजन , भरत शर्मा एवं वीराफ के विरुद्ध एफ आई आर किया गया जिसके तहत भरत शर्मा गिरफ्तार हुए और 15 दिन जेल में रहने के बाद उनका जमानत हुआ इसकी सूचना जब मंत्रालय को और भारतीय ओलंपिक संघ के साथ-साथ विश्व कराटे संघ को दिया गया उन्होंने कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया की मान्यता को रद्द कर दी जिसके तहत आज भी मुंबई और दिल्ली में केस चल रहा है इस वक्त किसी को भी भारत सरकार या भारतीय ओलंपिक संघ से मान्यता नहीं है जमशेदपुर के फर्जी कराटेकार जिसका नाम नागेश्वर राव है जिनके पास प्रशिक्षक का प्रमाण पत्र भी नहीं है वे कभी डिस्ट्रिक्ट चैंपियनशिप या राज्य चैंपियनशिप मैं भाग भी नहीं लिए हैं फर्जी प्रमाण पत्र दिखाकर टाटा स्टील के कोच बन गए हैं और टाटा स्टील को गुमराह करते हुए यहां के भोले भाले कराटे कारों को गुमराह कर पैसा कमाने का काम कर रहे हैं आपने देखा होगा अभी हाल ही में जनवरी के महीने में बांग्लादेश में उन्होंने 10 लड़कों की टीम जमशेदपुर से लेकर गए और वहां पर एक फ्रेंडली मैच का आयोजन कर इंटरनेशनल का नाम दे दिया आप सब जानते हैं कि किसी भी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में इंडिया टीम भाग लेती है बांग्लादेश में जाने के नाम पर बच्चों से आर्थिक दोहन कर अपना जेब भरने का काम किया है और यहां आकर टाटा स्टील को दिखाना , राज्यपाल के साथ फोटो खिंचवाना , इस तरह का काम कर टाटा स्टील और राज्यपाल महोदय को भी गुमराह कर रहे हैं मैंने इसकी लिखित सूचना विगत 2021 से ही टाटा स्टील खेल विभाग एवं उनके सीनियर अफसरों को लगातार देते आ रहे हैं लेकिन अभी तक कोई करवाई नहीं हुई है अंतता कराटे खिलाड़ियों का भविष्य खराब ना हो हम लोगों को आज आप सभी के माध्यम से यह बात यहां के भोले भाले कराटे खिलाड़ियों को देने का काम कर रहे हैं ताकि कोई भी खिलाड़ी किसी में टूर्नामेंट में भाग लेने से पहले जरूर जांच लें कि यह टूर्नामेंट का जो सर्टिफिकेट मिलेगा वह कहीं मान्य है कि नहीं।इस प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से सचिव सेंसाई राहुल गोप, उपाध्यक्ष सेंसाई बिमल आनंद नाग, सेंसाई राजेश कुमार मोहंती,सेसाई गुलाम जावेद,सेंसाई नौशाद खान,सेंसाई इब्रार अंसारी,सेंसाई चंदन कुमार उपस्थित थे।