देश : संसद में हुए सुरक्षा चूक को लेकर गुरुवार को दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा इतना बढ़ गया कि दोनों सदन- राज्यसभा और लोकसभा से 15 सांसदों को निलंबित करना पड़ा। इसमें 14 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद शामिल है। संसद से निलंबित होने वाले सांसदों में से 9 कांग्रेस, 2 सीपीएम, 2 डीएमके और एक सीपीआई पार्टी से हैं।
पूरे दिन विपक्षी सांसदों ने गृह मंत्री के बयान और आरोपियों के पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद के खिलाफ एक्शन की मांग की। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्रवाई को थोड़े समय के स्थगित करनी पड़ी।
वहीं लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे दोबारा शुरू होने पर सरकार की ओर से प्रह्लाद जोशी ने चूक के विषय पर पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष को एक होकर बयान देना चाहिए और मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी जरूरी आवश्यक कार्रवाई की गई। सुरक्षा उपायों पर विचार हो रहा है कुछ को लागू कर दिया गया और कुछ को जल्द ही लागू किया जाएगा। अपने बयान में संसदीय कार्यमंत्री ने पिछली संसद में हुई कुछ घटनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वे तुलना नहीं कर रहे हैं लेकिन बता रहे हैं ऐसी घटनाओं से सीखा जा सकता है। लोकसभा अध्यक्ष संसद परिसर के कर्ता-धर्ता हैं। उन्होंने इस पर जांच के लिए पत्र लिखा है और मामले की सरकार जांच करा रही है। सरकार संवेदनशील है और चाहती है कि सदन का कामकाज प्रभावित नहीं होना चाहिए।