धनबाद: गैंगस्टर अमन सिंह हत्या मामले में कई तथ्य सामने आ रहे है। हत्यारोपित सुंदर महतो उर्फ़ रितेश ने पुलिस रिमांड में की गई पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं ।सुंदर ने पुलिस को बताया कि अमन सिंह द्वारा धनबाद के जेलर मो मुस्तकीम अंसारी की हत्या की साजिश रची गई थी। उसका साथ धनबाद के जेसी मल्लिक रोड निवासी फरार अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू ने दिया था। इसके लिए उसने उप्र के प्रतापगढ़ से उसे धनबाद बुलाया था। फिर नाटकीय तरीके से उसे गिरफ्तार करवाकर धनबाद जेल में भिजवाया। सुंदर ने जेलर की हत्या करने से इन्कार कर दिया तो अमन ने उसके भाई और पिता की हत्या करवाने की धमकी दी।
इसके बाद आशीष ने सुंदर को उकसाया। कहा कि उसके पास अब एक ही विकल्प है कि वह अमन को मार दे। आशीष ने कहा था कि यदि जेलर की हत्या नहीं करोगे तो अमन मेरे और तुम्हारे घरवालों को मार डालेगा। सुंदर इसके बाद अमन को मारने के लिए तैयार हो गया। इसके लिए धनबाद जेल में बंद विकास बजरंगी ने दो पिस्टल उपलब्ध कराई। उसी पिस्टल से सुंदर ने अमन को गोलियां मारीं। उसका साथ जेल में बंद सतीश साव उर्फ गांधी ने भी दिया। ये सारे लोग अमन के गुर्गे रहे हैं। पुलिस ने उसका स्वीकारोक्ति बयान अदालत को सौंप दिया है।
सुंदर के इस खुलासे के बाद सोमवार को पुलिस ने बजरंगी और गांधी को न्यायिक हिरासत में लेने की प्रार्थना की। प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव त्रिपाठी की अदालत ने सहायक लोक अभियोजक समित प्रकाश की दलील सुनने के बाद जेल प्रशासन को आदेश दिया है कि दोनों को मंगलवार को कोर्ट में पेश करें। अनुसंधानकर्ता व सरायढेला थानेदार विनय कुमार ने कोर्ट में आवेदन देकर कहा कि सुंदर ने स्वीकारोक्ति बयान में अपने सहयोगी के रूप में गांधी और बजरंगी का नाम बताया है। सीसीटीवी फुटेज में भी उनकी संलिप्तता दिख रही है। सुंदर के बयान से इस सवाल का जवाब नहीं मिला कि धनबाद जेल में पिस्टल किसने भेजवाई। यह तो स्पष्ट हो गया कि शूटर सुंदर को दोनों हथियार बजरंगी और गांधी ने उपलब्ध कराया था।