नासा की मशहूर अंतरिक्ष यात्री और ‘भारत की बेटी’ सुनीता विलियम्स आखिरकार नौ महीने के लंबे मिशन के बाद धरती पर लौट आई हैं। उनके साथ बुच विलमोर और अन्य दो अंतरिक्ष यात्री भी सुरक्षित वापस आए।

एलन मस्क की कंपनी SpaceX के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए यह ऐतिहासिक वापसी हुई। भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 3:27 बजे स्पेसक्राफ्ट ने फ्लोरिडा तट के पास सफलतापूर्वक स्प्लैशडाउन किया। नासा ने पहले से तय इसी समय पर अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी सुनिश्चित की थी।
कैसे हुई वापसी?
स्पेसएक्स के ड्रैगन फ्रीडम स्पेसक्राफ्ट ने भारतीय समयानुसार सुबह 2:41 बजे डी-ऑर्बिटल बर्न शुरू किया और पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया। इसके बाद आठ मिनट तक थ्रस्टर फायरिंग कर ड्रैगन को सही प्रक्षेप पथ पर लाया गया। अंततः यह फ्लोरिडा तट के पास पानी में स्प्लैशडाउन कर गया।
सुनीता की सेहत जांची जाएगी
स्पेसएक्स की रिकवरी टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और स्पेसक्राफ्ट को पानी से निकालकर सुरक्षित रिकवरी पोत तक लाया गया। अब सुनीता विलियम्स समेत सभी अंतरिक्ष यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी।
व्हाइट हाउस ने दी प्रतिक्रिया
अंतरिक्ष यात्रियों की सफल वापसी पर व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा –
“वादा किया, वादा निभाया! नौ महीने तक अंतरिक्ष में फंसे यात्रियों को सुरक्षित घर लाने के लिए एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा को धन्यवाद!”
क्यों किया गया पानी में स्प्लैशडाउन?
पानी में स्प्लैशडाउन करने की खास वजह यह है कि इससे किसी भी तरह के नुकसान की संभावना बहुत कम हो जाती है। अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी होती भी है, तो उसे संभालने के लिए पर्याप्त समय और जगह मिल जाती है।
सुनीता विलियम्स की इस सफल वापसी ने अंतरिक्ष अभियानों में नए कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं और यह मिशन आने वाले समय में मानव अंतरिक्ष यात्रा के लिए एक प्रेरणा बनेगा।