गोड्डा जिले से बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस और अपराध जगत में लंबे समय से चर्चित रहे बोरियो विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी सूर्या हांसदा का पुलिस मुठभेड़ में एनकाउंटर हो गया। पुलिस का कहना है कि सूर्या हांसदा कई गंभीर आपराधिक मामलों में नामजद था और महीनों से फरार चल रहा था।

गिरफ्तारी से एनकाउंटर तक की कहानी
सूत्रों के मुताबिक, शनिवार देर रात देवघर में सूर्या हांसदा को पुलिस ने गिरफ्तार किया। रविवार सुबह पुलिस टीम उसे उसके बताए स्थान, ललमटिया जंगल में ले गई, जहां उसने हथियार छुपा रखे थे। पुलिस का दावा है कि बरामदगी के दौरान सूर्या ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, जिस पर जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ हुई और वह मौके पर ही मारा गया।
एसपी ने की पुष्टि
गोड्डा पुलिस अधीक्षक ने सूर्या हांसदा के एनकाउंटर की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की विस्तृत जानकारी आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी जाएगी। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं—
अगर सूर्या को कल गिरफ्तार किया गया था, तो आज एनकाउंटर कैसे हुआ?
क्या वह पुलिस की गिरफ्त से सच में भागने की कोशिश कर रहा था या इसके पीछे कोई और वजह है?
इन सवालों के जवाब पुलिस की आधिकारिक रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएंगे।
कौन था सूर्या हांसदा?
असली नाम सूर्य नारायण हांसदा, उम्र लगभग 44 वर्ष।
बोआरीजोर के ललमटिया थाना क्षेत्र का निवासी, शुरुआत अपराध की दुनिया से हुई।
ललमटिया कोल माइंस इलाके में अपराध के जरिए कुख्याति पाई, राजनीतिक दलों से भी नजदीकी रही।
2014 में JVM से विधानसभा चुनाव लड़ा।
2019 में बीजेपी में शामिल हुआ, लेकिन टिकट नहीं मिला।
2024 में JLKM से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गया।
मां नीलमुनि हांसदा भी एक बार जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं।
हथियार बरामद, शव पोस्टमार्टम को भेजा गया
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से कुछ हथियार बरामद किए हैं। सूर्या के शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल, गोड्डा में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पूरे इलाके में इस एनकाउंटर की चर्चा जोरों पर है और लोग आधिकारिक जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।