मिरर मीडिया : अफगानिस्तान पर कब्जा जमा चुका तालिबान का असली चेहरा अब लोगों के सामने आने लगा है। तालिबान के लड़ाके काबुल में करता परवन गुरुद्वारे में हथियारों के साथ घुस गए तोड़फोड़ की और वहीँ कई लोगों को बंदी बना लिया। काबुल का करता परवन गुरुद्वारा वही पवित्र स्थान है जहां सिखों के गुरू नानक देव जी आए थे। काबुल का यह गुरुद्वारा तालिबान का शासन आने के बाद सिखों और हिंदुओं के लिए पनाहगाह बना था और तब तालिबान ने आश्वासन दिया था कि यहां के लोगों की सुरक्षा की जाएगी। लेकिन हालिया घटना ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
हथियारबंद अज्ञात लोग गुरुद्वारे के अंदर दोपहर के वक्त पहुंच गए। इन लोगों ने तीन गार्ड्स के हाथ-पैर बांध दिए। उन्होंने बाहर जाते हुए सीसीटीवी भी तोड़ दिए। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई और मामले की जांच की जा रही है। घटना में हुए नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि, विशेष रूप से 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से वादा किया था कि महिलाओं के अधिकारों, मीडिया के अधिकारों, मीडिया की स्वतंत्रता और सरकारी अधिकारियों के लिए माफी का ध्यान रखा जाएगाl