जमशेदपुर : टाटा स्टील को उद्यम स्तर पर प्रतिष्ठित जेआरडीक्यूवी पुरस्कार से नवाजा गया है। वहीं मूल्यांकन वर्ष 2021 के लिए टाटा बिजनेस एक्सीलेंस मॉडल मूल्यांकन के तहत इसे ‘बेंचमार्क लीडर’ के रूप में मान्यता दी गई है। इससे पहले टाटा स्टील की स्टील बिजनेस यूनिट को वर्ष 2000 में इस प्रतिष्ठित सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है और वर्ष 2000 में जेआरडीक्यूवी पुरस्कार से सम्मानित होने वाला टाटा समूह पहला प्राप्तकर्ता रहा चुका है। भारत रत्न जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा की जयंती के उपलक्ष्य में 29 जुलाई को मुंबई में आयोजित जेआरडीक्यूवी समारोह 2022 के अवसर पर टाटा संस के चेयरमैन एंन चंद्रशेखरन ने टाटा स्टील लिमिटेड के सीईओ और एमडी टी वी नरेंद्रन को यह पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में टाटा स्टील के एमडी सह सीईओ टी वी नरेंद्रन ने टाटा स्टील की वरिष्ठ नेतृत्व टीम, यूनियन के सदस्यों और कर्मचारियों सहित पूरे टाटा स्टील परिवार को बधाई दी, जिन्होंने वर्षो से उत्कृष्टता के लिए अथक प्रयास किया है। साथ ही उन्होंने बताया कि संगठन के व्यापक प्रयासों ने कैसे कंपनी को बेंचमार्क लीडर के स्तर तक पहुंचाने में मदद की है, जिससे यह कंपनी के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि बन गयी है। भारत में टाटा स्टील के लिए उद्यम स्तर पर एक मूल्यांकन किया गया था, जिसमें भारत की सभी व्यवसायिक इकाइयों को एक इकाई के रूप में शामिल किया गया था। कंपनी को टाटा संस के कस्टोडियन हरीश भट्ट के मार्गदर्शन में टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों के 24 सदस्यों की टीम द्वारा किए गए एक कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। टाटा स्टील की स्टील बिज़नेस यूनिट वर्ष 2000 में टाटा समूह में जेआरडीक्यूवी से सम्मानित होने वाली पहली प्राप्तकर्ता थी। इसके बाद ट्यूब डिविजन, वायर्स डिवीजन और एफए एमडी ने भी इस मील के पत्थर को पार कर लिया और अब 2022 में यह उपलब्धि टीएसके और टीएसएम के साथ एक उद्यम स्तर पर है।
टाटा स्टील को प्रतिष्ठित जेआरडीक्यूवी पुरस्कार, ‘बेंचमार्क लीडर’ की मिली मान्यता, टी वी नरेंद्रन ने कहा-कंपनी के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि
