डिजिटल डेस्क। नई दिल्ली: नई दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में अंतिम चरण के टीबी मरीज की व्हीलचेयर पर कतार में खड़े होने के दौरान गिरकर मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि मरीज की मृत्यु व्हीलचेयर पर ही हो चुकी थी, जिसके बाद वह नीचे गिरा। मृतक की पत्नी के अनुसार, वह डेढ़ घंटे से ओपीडी पर्ची के लिए 150 लोगों की कतार में थी। मृतक दिव्यांग था और गंभीर हालत में था, फिर भी अस्पताल ने उसे प्राथमिकता नहीं दी। यह सवाल उठता है कि इतनी गंभीर स्थिति में मरीज को कतार में क्यों खड़ा किया गया?
पत्नी ने बताया कि मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी, और अस्पताल की लापरवाही ने उनकी जान ले ली। घटना ने अस्पतालों में गंभीर मरीजों के लिए प्राथमिकता और सुविधाओं की कमी को उजागर किया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अंतिम चरण के टीबी मरीजों को तत्काल उपचार की जरूरत होती है, और ऐसी लापरवाही अस्वीकार्य है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और मृतक की पत्नी ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज में। यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है, खासकर गंभीर और दिव्यांग मरीजों के लिए।