मिरर मीडिया धनबाद : हम एक ऐसे समाज का निर्माण की कल्पना करना चाहते हैं जहाँ ऊंच नीच, भेद भाव, का अंतर ना हो। भारत का परिदृश्य ऐसा कि सभी एकसमान हो। पर परिस्थितियां कुछ और बयां कर जाती है। अभी हाल ही में मध्यप्रदेश में आदिवासी युवक के साथ हुए पेशाब कांड का मामला ठंडा भी नहीं हुआ कि धनबाद के एक स्कूल के शिक्षक और कुछ लोगों द्वारा चालक के साथ पड़तड़ना का एक अलग मामला सामने आया है।
प्रताड़ित किये गए चालक इतने सदमे में था कि ऊसको समझ में नहीं आया कि क्या करें लिहाजा आहत होकर एक दिन बाद उसने स्थानीय सरायढेला थाने में शिकायत दर्ज कराई।

आपको बता दें कि दिल्ली पब्लिक स्कूल के चालक जगजीवन नगर निवासी शंकर तुरी ने स्थानीय सरायढेला थाना में लिखित आवेदन देकर अनिल सिंह, सुनिल सिंह और शिक्षक अनुपम महता के खिलाफ मारपीट और जाती सूचक शब्द का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराया है।
वहीं शंकर तुरी ने बताया कि अपने वो अपनी पत्नी के इलाज के लिए रात को डॉक्टर के यहां गये था तभी चाहत स्टूडियो के संचालक अनिल सिंह उसे पकड़कर स्टूडियो के अंदर ले गए जहां पहले से सुनील सिंह शिक्षक अनुपम महता सहित अन्य लोग मौजूद थे सभी मिलकर मारने लगे और टॉर्चर करने लगे साथ ही मोबाइल छीनकर फोन में ही उसका विडीयो बनाया।
शंकर हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाता रहता लेकिन सभी मिलकर उसे प्रताड़ित किया और उसको जलील करते हुए जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया।
चालक शंकर तुरी ने बताया कि उससे सभी लोग स्कूल के अंदरूनी बातों की जानकारी लेना चाह रहे थे जिसकी वजह से ही उसके साथ इस प्रकार की हरकत की गई। उसने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई है।
हालंकि अब यह मामला पिछड़ा आयोग तक पहुंच गया है। वहीं पूरे मामले पर डीएसपी अमर पांडेय ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उस वक्त तक इस मामले में स्कूल प्रबंधन से किसी प्रकार की वार्ता नहीं हो पाई। वहीं फिलहाल इस मामले में जांच की जाएगी और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात रहें कि हाल ही में धनबाद रेलवे अस्पताल के एक कर्मी को भी अधिकारी की पत्नी को चप्पल उतार कर जाने के लिए कहें जाने पर बुरी तरह प्रताड़ित किया गया था उसके कपड़े तक उतरवाएं गएं थे जिससे वह सदमे में पहुँच गया था। एयर अब यह दूसरा मामला सामने आया है। खैर अब शिकायत के बाद देखना है कि इस मामले में अग्रेतर कब और कैसी कार्रवाई होती है।