डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: तेलंगाना सुरंग हादसे में दस दिन बीत जाने के बावजूद बचावकर्मियों को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। भारी मात्रा में गाद और पानी के रिसाव के कारण सुरंग के अंदर हालात बेहद चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। राज्य सरकार अब बचाव अभियान में रोबोट के इस्तेमाल की संभावनाएं तलाश रही है, ताकि बचावकर्मियों को किसी भी संभावित खतरे से सुरक्षित रखा जा सके।
रोबोटिक तकनीक के इस्तेमाल पर मंथन
पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने बताया कि बचाव कार्य को और सुरक्षित और प्रभावी बनाने के लिए रोबोट के उपयोग की संभावना पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हम सभी संभावनाओं को देख रहे हैं। बेहतरीन उपकरण, कुशल मानव शक्ति और विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर काम कर रहे हैं। रविवार को हुई चर्चा में रोबोट तकनीक के इस्तेमाल का मुद्दा उठा, और हम इस विकल्प पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में रोबोट उपयोगी साबित हो सकते हैं।”
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हाई कोर्ट ने जनहित याचिका की खारिज
इस बीच, तेलंगाना हाई कोर्ट ने सोमवार को उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें सुरंग के अंदर फंसे आठ लोगों को सुरक्षित और तेजी से निकालने के लिए अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश देने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता नेशनल यूनियन फॉर माइग्रेंट वर्कर्स ने अपने तर्क में कहा था कि बचाव अभियान को तेज करने के लिए हर संभव उपाय किए जाने चाहिए। हालांकि, कोर्ट ने इस दलील को स्वीकार नहीं किया।
बचाव कार्य जारी, नए उपायों की तलाश
बचाव अभियान जारी है और प्रशासन हर संभव तकनीक व रणनीति अपनाने की कोशिश कर रहा है। सरकार की प्राथमिकता बचाव दल और सुरंग में फंसे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। अब देखना होगा कि रोबोटिक तकनीक का इस्तेमाल बचाव अभियान में कितना कारगर साबित होता है।