मिरर मीडिया : 30 जून से शुरू हो रहें 43 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा के पहले आतंकी संगठन TRF ने धमकी भरा पत्र जारी करते RSS पर निशाना साधा है। इस बाबत संगठन का कहना है कि वे यात्रा के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन तीर्थयात्री तब तक सुरक्षित हैं जब तक कि वे कश्मीर मुद्दे में शामिल नहीं होंगे। गौरतलब है कि इस वर्ष अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या पहले से अधिक बढ़ने की उम्मीद है। इस बार रामबन और चंदनवाड़ी में कैंप बड़े होंगे। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टिकोण से इंतजाम भी पुख्ता होंगे।
तीर्थयात्रियों पर नजर रखने के लिए उपग्रह ट्रैकर्स का उपयोग
प्राप्त जानकारी के अनुसार बार-कोड सिस्टम के साथ RFID टैग और तीर्थयात्रियों पर नजर रखने के लिए उपग्रह ट्रैकर्स का उपयोग किया जा रहा है। यात्रा के रास्तों और शिविर स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। अमरनाथ यात्रा को शांति और सुरक्षित तरह से पूरी कराने के लिए गृह मंत्रालय ने खास तैयारियां की हैं। इसमें फुलप्रूफ सुरक्षा देने का निर्णय लिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने अमनाथ यात्रा पर जो रिपोर्ट तैयार की है, उसमें बताया गया है कि आतंकी किस तरह से खतरा पैदा कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, किसी भी आतंकी घटना को रोकने के लिए सख्त इंतजाम किए गए हैं।