श्री अमरनाथ यात्रा 2025 की तारीखों की आधिकारिक घोषणा हो गई है। इस वर्ष यात्रा 3 जुलाई से प्रारंभ होकर 9 अगस्त, रक्षा बंधन के दिन संपन्न होगी। 38 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा की घोषणा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की बैठक में की गई।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रहेगा विशेष ध्यान
श्रद्धालुओं की रहने, खाने, स्वास्थ्य और सुरक्षा की व्यवस्था को और बेहतर बनाया गया है, ताकि भक्तगण बिना किसी परेशानी के श्रद्धा और भक्ति के साथ यात्रा पूर्ण कर सकें। इस बार भी अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
यात्रा का धार्मिक और भौगोलिक महत्व
अमरनाथ यात्रा स्कंद षष्ठी के शुभ अवसर पर प्रारंभ होती है और श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर समाप्त होती है। इस दौरान मौसम तीर्थयात्रियों के लिए अनुकूल रहता है, क्योंकि वर्ष के अन्य समय में यह क्षेत्र बर्फ से ढका रहता है। बाबा बर्फानी की गुफा 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहां जाने के लिए दो मार्ग उपलब्ध हैं:
- नुनवान-पहलगाम मार्ग (48 किमी लंबा, पारंपरिक मार्ग, अनंतनाग जिले में)
- बालटाल मार्ग (14 किमी लंबा, गांदरबल जिले में, छोटा लेकिन कठिन मार्ग)
हर साल लाखों श्रद्धालु श्रीनगर से 141 किमी दूर स्थित इस पवित्र गुफा तक पहुंचकर बाबा बर्फानी के दर्शन करते हैं।
कैसे करें अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन?
अमरनाथ यात्रा में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। श्रद्धालु श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके अलावा, श्राइन बोर्ड की मोबाइल ऐप के माध्यम से भी यात्रा के लिए पंजीकरण किया जा सकता है।
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए इस बार भी भक्तों का उत्साह चरम पर रहने की उम्मीद है। प्रशासन ने यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं।