आरएमएस स्‍कूल की मनमानी पर पाबंदी, टयूशन फीस में की गई 30% वृद्धि पर रोक, अभिभावक संघ ने किया था विरोध

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : अभिभावक संघ के प्रयास से आरएमएस हाई स्‍कूल खुंटाडीह सोनारी की प्रिंसिपल द्वारा बढ़ाए गए 30% ट्यूशन फीस वृद्धि पर रोक लग गई है पर अपने स्‍कूल के स्‍टाफ को फीस समिति का अभिभावक बना कर उसकी आड़ में टयूशन फीस में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई थी। जिस पर रोक लगाने को लेकर जमशेदपुर अभिभावक संघ जिला शिक्षा अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा था। जिसके माध्‍यम से कहा गया था कि इस स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा अपने स्कूल के अभिभावकों की बिना सहमति के स्वेच्छा से फीस समिति का गठन कर लिया गया। जिसमें अभिभावक प्रतिनिधि के रूप में स्कूल के स्टाफ डौली यादव जो स्कूल में आया काम करती है और गुरुप्रीत सिंह जो स्कूल में टीचर हैं और दोनों के बच्चे स्टाफ कोटा में बिना फीस के पढ़ते हैं। अनिल कुमार साहू जिनके बच्चें को स्कूल स्कालरशिप देता हैं। ऐसे में ये तीनों स्कूल से लाभ लेने वाले कभी भी अभिभावकों के पक्ष में नहीं बोल सकते हैं ये हमेशा स्कूल के पक्ष में ही बोलेंगे। इस फीस समिति की आड़ में पिछले सत्र की अपेक्षा इस सत्र 2021-22 के टयूशन फीस में 30% की वृद्धि कर दी गई। जबकि स्कूल फीस समिति को सहमति से अधिकतम 10% फीस वृद्धि करने का अधिकार है।

इस 30% टयूशन फीस में की गई वृद्धि का स्कूल के अभिभावकों ने विरोध करना शुरू किया। इस संबंध में स्कूल के अभिभावकों ने जमशेदपुर अभिभावक संघ से इस मामले में मदद करने का आग्रह किया। जमशेदपुर अभिभावक संघ ने पूरे मामले को गंभीरता से जांच करने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा गलत तरीके से बनाए गए फीस समिति को पकड़ा और सभी बातों को जिला शिक्षा अधीक्षक, पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर के समक्ष रखते हुए मांग की कि स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा बनाए गए फीस समिति खारिज किया जाए व उस समिति की आड़ में बढा़ये गए 30% फीस वृद्धि पर रोक लगाए जाने का स्कूल प्रबंधन को आदेश दिया जाए। जिला शिक्षा अधीक्षक ने पूरे मामले की जांच कर आरएमएस हाई स्‍कूल खुंटाडीह सोनारी के प्रिंसिपल को उनके द्वारा बनाए गए फीस समिति को भंग करने और अभिभावकों की सहमति से नये फीस समिति का गठन कर तब फीस वृद्धि पर निर्णय लेने का आदेश दिया। यानि पूर्व में स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा बढ़ाए गए 30% वृद्धि पर रोक लग गई है।

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