दुनिया के सबसे बड़े फ्रॉड का मामला सामने आया है, जिसमें वियतनाम की प्रॉपर्टी कारोबारी ट्रांग मी लैन (68) ने 27 अरब डॉलर (करीब 2.26 लाख करोड़ रुपये) का गबन किया। इस घटना ने न केवल वियतनाम बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर दिया है।
कोर्ट का फैसला
वियतनाम की अदालत ने मंगलवार को इस ऐतिहासिक फर्जीवाड़े के दोषी पाए जाने पर लैन को मौत की सजा सुनाई। लैन ने बाद में अपनी सजा को कम करने और फ्रॉड की रकम चुकाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन सरकारी वकील ने किसी भी तरह की रियायत देने से इनकार कर दिया।
कैसे दिया फ्रॉड को अंजाम
ट्रांग मी लैन वियतनाम की जानी-मानी प्रॉपर्टी कारोबारी हैं। उन्होंने सैगान कॉमर्शियल बैंक (SCB) नामक वित्तीय संस्था बनाई और उसमें हजारों लोगों का पैसा जमा कराया। इसके अलावा वियतनाम के सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ वियतनाम (SBV) से भी पूंजी प्राप्त की। जांच में खुलासा हुआ कि लैन ने इन फंड्स का दुरुपयोग किया और फ्रॉड किया।
फर्जीवाड़े की सीमा
अप्रैल में शुरू हुए ट्रायल में शुरुआत में लैन को 12.5 अरब डॉलर के घोटाले का दोषी पाया गया। बाद में अभियोजन पक्ष ने बताया कि कुल घोटाला 27 अरब डॉलर का है, जो वियतनाम की GDP का 6% है। इस फर्जीवाड़े ने देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है।
लैन का प्रस्ताव
कोर्ट द्वारा मौत की सजा सुनाए जाने के बाद, लैन ने कहा कि वह फ्रॉड की रकम चुकाने के लिए अपनी वैन थिन्ह फैट नामक रियल एस्टेट कंपनी और SCB की संपत्तियां बेचने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मुझे देश की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का दुख है और मैं इस गलती को सुधारने की कोशिश करना चाहती हूं।”