जमशेदपुर : उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत व डीसीएलआर रविन्द्र गगरई ने समाहरणालय परिसर से डायन प्रथा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आमजनों को सामाजिक कुरीति के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से प्रचार-वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर भी मौजूद रहीं। उप विकास आयुक्त ने कहा कि प्रचार-रथ के माध्यम से जिला के विभिन्न प्रखंडों, सुदूरवर्ती ग्रामों व शहरी क्षेत्रों में आम नागरिकों को जागरूक किया जाएगा। साथ ही आपके अधिकार-आपकी ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के दौरान भी इस संबंध में लोगो को जागरूक किया जाएगा।

उप विकास आयुक्त ने आमजनों से डायन बिसाही जैसी कुप्रथा पर विश्वास नहीं करने तथा अपने आस-पास इस प्रकार की किसी भी घटना की जानकारी होने पर निकटतम पुलिस थाने से संपर्क करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसी सामाजिक कुरीति को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता बेहद जरूरी है। डायन प्रथा जैसी कुरीतियां ना केवल महिलाओं, बल्कि समाज को भी नकारात्मक विचारधारा की ओर ले जाता है। अंधविश्वास के कारण उत्पन्न इन कुरीतियों से महिलाओं को प्रताड़ित करना अपराध है, डायन बिसाही जैसी कुप्रथा के कारण आज समाज के गरीब तथा असहाय महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है।
डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम के तहत किसी महिला को ‘डायन’ के रूप में पहचान करने वाले तथा पहचान के प्रति अपने किसी भी कार्य, शब्द या रीति से कार्रवाई करने वाले को कारावास व जुर्माना से दंडित करने का प्रावधान है।