धीरे-धीरे पांव पसार रहा कोरोना वायरस, देशभर में 1045 एक्टिव केस, जानें क्या कह रहे एक्सपर्ट?

Neelam
By Neelam
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2020-2021 का साल दुनियाभर के लोग नहीं भूल सकते हैं। तब कोरोना महामारी ने देश और दुनिया में तबाही मचाई थी। उसके बाद से लगातार लोगों में इस वायरस को लेकर दहशत का माहौल रहता है। इस बीच देश भर में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं।देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 1045 हो गई है। सबसे ज्यादा 430 एक्टिव केस केरल में हैं। महाराष्ट्र में 210, दिल्ली में 104 और गुजरात में 83 केस हैं। कर्नाटक के 80 केसों में से सिर्फ 73 बेंगलुरु में हैं। वहीं, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में कुल 10 मरीजों की मौत हो चुकी है।

पिछले एक हफ्ते में 787 नए मरीज मिले

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक पिछले एक हफ्ते में 787 नए मरीज दर्ज किए गए हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के डायरेक्टर डॉ राजीव बहल ने बताया कि अभी तक देश में 4 वैरिएंट मिले हैं। इनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 वैरिएंट शामिल हैं।

कोरोना से मौत के मामले में बढ़े

वहीं कोरोना से मौत के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। अब तक देशभर में 10 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें से आठ की मौत एक हफ्ते के भीतर हुई है। कोरोना से सबसे ज्यादा पांच मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं। ठाणे में सोमवार को एक महिला की मौत हुई। जयपुर में सोमवार को कोरोना के दो मरीजों की मौत हो गई। इनमें से एक रेलवे स्टेशन पर मृत मिला था। उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दूसरी मौत प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती 26 साल के युवक की हुई। उसे पहले से ही टीबी की बीमारी थी।

वहीं, महाराष्ट्र के ठाणे में एक कोरोना पॉजिटिव महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। ठाणे में ही 25 मई (रविवार) को अस्पताल में इलाज करा रहे 21 साल के युवक की मौत हो गई। उसका 22 मई से इलाज चल रहा था।

इससे पहले 17 मई को कर्नाटक के बेंगलुरु में 84 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि बुजुर्ग की मौत मल्टी ऑर्गन फेल्योर की वजह से हुई थी। 24 मई को उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। केरल में दो लोगों की कोविड से मौत हुई है।

क्या कह रहे एक्सपर्ट

कोरोना के बढ़ते मामलों ने लोगों का चिंता बढ़ा दी है। मन में फिर से डर का माहौल बनने लगा है। इस डर के बीच कानपुर आईआईटी से एक राहत भरी खबर आई है, जो लोगों की चिंता थोड़ी कम कर सकती है। आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा है कि कोरोना के जो मामले बढ़ रहे हैं, वो देश की बड़ी आबादी के मुकाबले अभी भी बहुत कम है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब केस इतने कम होते हैं, तो उन पर किसी भी गणितीय मॉडल से सही अनुमान लगाना मुश्किल होता है। लेकिन पहले के अनुभव बताते हैं कि ये लहर ज्यादा लंबी नहीं चलेगी।

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