डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: नई दिल्ली में पुरानी पेंशन बहाली के लिए गठित संयुक्त फोरम की बैठक का आयोजन विगत 28 फरवरी को किया गया ।
बैठक में पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग को लेकर 2023 मे किए गए प्रदर्शन पर केन्द्र सरकार द्वारा अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर आगे के आंदोलन की रूपरेखा पर फोरम के सदस्यों ने गहन विचार किया।
वहीं फोरम ने अपनी एकमात्र मांग पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर आक्रोश भी प्रकट किया। बैठक में सर्वसम्मति से एक मई 2024 मजदूर दिवस के दिन से राष्ट्रव्यापी रेल का चक्का जाम कर हड़ताल करने का निर्णय लिया गया।
जानकारी देते हुए ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा ने बताया कि इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल में रेलवे, पोस्टल, डिफेंस आदि 36 लाख केन्द्रीय कर्मचारी और राज्यों के अराजपत्रित एवं शिक्षक संघ के करीब 14 लाख कर्मचारी शामिल होंगे। इस हड़ताल की सूचना प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर दी गई है।
शर्मा ने कहा कि इस पत्र में पुराने पेंशन के औचित्य तथा इसके न मिलने पर सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों को बुढ़ापे में जीवन यापन करने के लिए हो रही समस्याओं का उल्लेख किया है। फोरम ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि इस मामले में कर्मचारी पक्ष की मांग पर जल्द सकारात्मक निर्णय लिया जाए। समय रहते मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में नियमानुसार हड़ताल से छ: सप्ताह पहले 19 मार्च को केन्द्र सरकार को नोटिस दे दिया जाएगा। हड़ताल के दौरान एक मई की सुबह से रेल का परिचालन रोक दिया जाएगा और अन्य सभी केन्द्रीय और राज्य सरकार के कार्य स्थलों पर कामकाज ढप कर दिया जाएगा।