सड़क एलाइनमेंट का होगा ड्रोन सर्वे
एसएचएजे को डिजिटल वाकथ्रू प्रस्तुत करने का निर्देश
मिरर मीडिया : बुधवार को उपायुक्त ने समाहरणालय के सभागार में काको चौक से विनोद बिहारी चौक होते हुए गोल बिल्डिंग तक बन रहे फोरलेन सड़क के निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। उपायुक्त ने बताया कि वर्ल्ड बैंक प्रायोजित 20 किलोमीटर लंबे फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह सड़क काको चौक से विनोद बिहारी चौक, मेम्को चौक होते हुए गोल बिल्डिंग तक बनाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट का प्रबंधन स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड (एसएचएजे) के द्वारा किया जा रहा है।
उपायुक्त ने सड़क के निर्माण कार्य से प्रभावित परिवारों, उद्यमियों, सार्वजनिक संपत्तियों की शिफ्टिंग, पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन की शिफ्टिंग, बिजली विभाग के पोल एवं ट्रांसफार्मर इत्यादि की शिफ्टिंग के संबंध में विस्तार से समीक्षा की।
बैठक में उपायुक्त ने पूरे एलाइनमेंट का ड्रोन सर्वे कराने का निर्देश दिया। साथ ही डिजिटल वाकथ्रू प्रस्तुत करने का निर्देश स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड को दिया।[su_image_carousel source=”media: 3019,3020,3021,3022,3023,3024,3025,3026,3027,3028,3029,3030,3031,3032,3033,3034,3035″ slides_style=”photo” columns=”2″]
सड़क निर्माण में कतरास एवं सिजुआ एरिया में जलापूर्ति हेतु झमाडा का पाइप लाइन उक्त सड़क के बीच से क्रॉस करता है। परंतु अब तक झमाडा को इस परियोजना में शामिल नहीं किया गया है। इसके लिए उपायुक्त ने स्टेट हाईवे अथॉरिटी ऑफ झारखंड को झमाडा से समन्वय स्थापित कर उक्त पाइपलाइन का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में सड़क के किनारे बिजली के खंभों को शिफ्ट करने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के दौरान भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखकर खंभो का शिफ्टिंग करने का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया है।
उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान यह ज्ञात हुआ कि पुरानी सड़क में निर्माण कार्य के दौरान काफी गड्ढे हो गए हैं। इस संबंध में पूर्व में भी संबंधित एजेंसी को गड्ढों को भरने का कार्य करने का निर्देश दिया गया था। परंतु अब भी उस सड़क पर बड़ी संख्या में गड्ढे हैं। इस संबंध में संबंधित एजेंसी को अविलंब सुचारू यातायात हेतु गड्ढों को भरने का निर्देश दिया गया है।
बैठक में उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, जिला योजना पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, पीएचइडी 1 एवं 2 के कार्यपालक अभियंता, विद्युत के कार्यपालक अभियंता तथा स्टेट हाईवे अथॉरिटी औफ झारखंड के परियोजना प्रबंधक, साइट इंजीनियर एवं कंसलटेंट सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।