धनबाद में हुए डकैती के कनेक्शन के तार जुड़े पटना के बेउर जेल से
घटना के दिन मैनेजर को वीडियो कॉल कर धमकाने वाला शख्स पटना के बेउर जेल में बंद गैंग लीडर राजीव कुमार सिंह
मिरर मीडिया : बीते 3 सितम्बर को धनसार थाना क्षेत्र के गुंजन ज्वेल्स में हुई लूट और मुथूट फाइनेंस में डकैती के प्रयास की गुत्थी एक साथ सुलझती नजर आ रही है। दोनों मामलों का सीधा कनेक्शन पटना के बेउर जेल से जुड़े होने की बाते सामने आ रही है।
बेउर जेल में बंद राजीव कुमार सिंह का नाम सामने आ रहा है जो अक्सर सोना लूट कांड को ही अंजाम देने में विश्वास रखता है। राजीव कुमार सिंह बेउर जेल में बंद रहते हुए भी झारखंड-बिहार से लेकर बंगाल तक सोना लूट की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। इन तीनों राज्यों में अब तक मुथूट फिनकॉर्प में जितनी भी डकैती हुई है, अधिकतर घटनाओं में राजीव कुमार सिंह का ही नाम आया है। इसी राजीव कुमार सिंह का नाम अब धनबाद की दोनों घटनाओं से भी जुड़ गया है।
धनबाद के बैंक मोड़ में मुथूट कंपनी में डकैती के दौरान पकड़ा गया आसिफ ने पुलिसिया पूछताछ के दौरान स्पष्ट तौर पर बताया कि गुंजन जेवेल्स डकैती कांड को अंजाम देने में उसके गैंग लीडर राजीव कुमार सिंह का हाथ है। उस घटना को अंजाम देने के लिए राजीव कुमार सिंह का भतीजा रम्मी कुमार सिंह गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों के साथ धनबाद आया था और घटना को अंजाम देकर यहां से आसानी से निकल गया। उसके बाद ही राजीव ने दूसरी घटना के लिए उन लोगों को दोबारा धनबाद भेजा जिसके बाद उन लोगों ने रेकी कर मुथूट फिनकाॅर्प में डाका डालने की प्लानिंग की।
इस वारदात में शामिल राघव उर्फ गुंजन छह माह पहले ही बेउर जेल से जमानत पर छूटा था। वह बेहतरीन क्रिकेटर भी है। छह माह पूर्व जब वह बेउर जेल के 6 नंबर वार्ड में था, उस दौरान राजीव के सीधे संपर्क में था।
पुलिसिया पुछताछ में गिरफ्तार आसिफ व गुंजन ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए जब वह लोग धनबाद आए तो गोल्डन नाम के युवक ने उन लोगों को मैथन में किराए के मकान में ठहराया था। वहां से जब वह लोग धनबाद शहर में क्राइम करने का टारगेट लेकर पहुंचे तो यहां शंकर उर्फ रमेश ठाकुर ने उन लोगों को गांधी रोड में किराए पर मकान दिलवाया। शंकर से किशोर सोनी की पुरानी पहचान थी। आसिफ ने बताया कि शंकर व छोटू समस्तीपुर से ही उसके साथ आए थे। घटना के दिन मुथूट फिनकॉर्प के मैनेजर को वीडियो कॉल कर धमकाने वाला राजीव कुमार सिंह ही था।
इधर, आसिफ के बयान के आधार पर धनबाद पुलिस की एक टीम शंकर उर्फ रमेश ठाकुर तथा छोटू की तलाश में समस्तीपुर में उसके घर समेत कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। हालांकि फिलहाल उनका कोई पता नहीं चल सका है।