जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में दो दिनों से लगातार हो रही बारिश तथा चांडिल डैम, खरकई डैम व ब्यांकबिल डैम के फाटक खोले जाने के कारण स्वर्णरेखा व खरकई नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है तथा दोनों नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। बारिश तथा नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी से जलमग्न हुए नदी से सटे निचले इलाकों का जायजा लेने जिला उपायुक्त विजया जाधव द्वारा आज जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति, जमशेदपुर सदर प्रखंड व मानगो नगर निगम के क्षेत्रों का सघन दौरा कर प्रभावित स्थलों का जायजा लिया गया। इस दौरान अपर उपायुक्त सौरभ सिन्हा, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन, विशेष पदाधिकारी जेएनएसी संजय कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी मानगो नगर निगम सुरेश यादव, प्रखंड विकास पदाधिकारी जमशेदपुर सदर प्रवीण कुमार व अंचलाधिकारी अमित श्रीवास्तव मौजूद रहे।
जिला उपायुक्त द्वारा जलमग्न इलाकों का जायजा लेने के क्रम में सबसे पहले जेएनएसी अंतर्गत शास्त्रीनगर(जय प्रभा कॉम्प्लेक्स के पीछे) का निरीक्षण किया गया। यहां खरकई नदी से सटे नाले में बने करीब 6-7 घर पूरी तरह जलमग्न पाये गए, जिला उपायुक्त द्वारा तत्काल लोगों को सुरक्षित स्थानों में शरण लेने की अपील की गई। इस दौरान उन्होने निर्मल घाट का भी जायजा लिया, खरकई नदी का तेज बहाव व जलस्तर में लगातार देखी जा रही बढ़ोत्तरी के कारण लोगों को जल्द से जल्द उस स्थान को छोड़ते हुए जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराये गए आश्रय स्थलों में जाने के निर्देश दिए।
निर्मल घाट के बाद जिला प्रशासन की टीम बागबेड़ा के बड़ौदा घाट पहुंची, यहां भी खरकई नदी से जुड़ने वाले नाले के कारण 2-4 घरों में पानी घुस गया है तथा पानी का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। जिला उपायुक्त द्वारा यहां सामुदायिक भवन का भी निरीक्षण कर लोगों के ठहरने व खाने-पीने के इंतजाम करने के निर्देश मौके पर मौजूद पदाधिकारियों को दिए। इसके बाद भूईयांडीह के कल्याणनगर व इंदिरानगर में स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर का जायजा लेने पहुंची जिला प्रशासन की टीम ने तत्काल जलमग्न हुए घरों के लोगों को सुरक्षित स्थानों में जाने की अपील की तथा नदी के आसपास बसे लोगों को माइकिंग के द्वारा बढ़ते जलस्तर को लेकर सचेत करते रहने के निर्देश जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी को दिए। इसके बाद मानगो नगर निगम अंतर्गत श्यामनगर में नदी के निचले इलाकों का जायजा लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
जिला उपायुक्त ने बताया कि मौसम के पूर्वानुमान के मुताबिक आगे भी बारिश की संभावना बनी हुई है, चांडिल डैम के 7 गेट अब तक खोले गए हैं जिससे खरकई खतरे के निशान से 6 मीटर ऊपर तथा स्वर्णरेखा नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है। उन्होने जनसाधारण से अपील करते हुए कहा कि जानमाल की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा माइकिंग व विभिन्न मीडिया माध्यमों से दिए जा रहे दिशा-निर्देशों का अनुपालन करें तथा इस स्थिति से निपटने में जिला प्रशासन का सहयोग करें।