हजारीबाग: हजारीबाग से एक राहत भरी खबर सामने आई है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना, जो बीते दिनों हजारीबाग के 20 अस्पतालों में बंद कर दी गई थी, अब पुनः शुरू कर दी गई है। मीडिया संस्थान मिरर मीडिया द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाए जाने के महज 24 घंटे के भीतर ही इसका प्रभाव साफ दिखने लगा है।
हजारीबाग सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह ने जानकारी दी कि जिले के सभी अस्पतालों में अब यह योजना दोबारा शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रबंधनों को सरकार द्वारा बकाया भुगतान शीघ्र किए जाने का आश्वासन दिया गया है। इसके बाद अस्पतालों ने एक बार फिर से इलाज शुरू कर दिया है।
गरीबों के लिए संजीवनी बनी योजना
आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभुकों को सालाना 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज मुहैया कराया जाता है। लेकिन सरकारी भुगतान में देरी के चलते हजारीबाग के लगभग 20 निजी अस्पतालों ने इस योजना के तहत इलाज देना बंद कर दिया था। इससे खासकर डायलिसिस, ऑपरेशन और गंभीर बीमारियों से ग्रसित गरीब मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही थी।
जैसे ही खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई, शासन-प्रशासन हरकत में आया और सभी अस्पतालों को एक महीने के भीतर भुगतान का भरोसा दिलाया गया। इसके बाद इलाज की प्रक्रिया पुनः शुरू हुई और लाभुक भी अस्पतालों में पहुंचने लगे।
मरीजों को मिली राहत
एक मरीज ने बताया कि बीते 10 दिनों से उन्हें डायलिसिस के लिए भटकना पड़ा, क्योंकि सभी अस्पतालों ने आयुष्मान सेवा बंद कर दी थी। अब जब सुविधा दोबारा शुरू हुई है, तो उन्हें बड़ी राहत मिली है। मरीजों ने सरकार से मांग की है कि यह योजना लगातार और निर्बाध रूप से चलती रहे, जिससे गरीबों को स्वास्थ्य सेवाओं का सीधा लाभ मिलता रहे।
सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि जो थोड़ी-बहुत समस्याएं शेष हैं, उन्हें जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। साथ ही सभी अस्पताल प्रबंधनों ने यह भरोसा भी दिलाया है कि अब किसी भी लाभुक को इलाज से वंचित नहीं किया जाएगा।