नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपियों को गोली से या इलाज के अभाव में मरवाना चाहती है – अधिवक्ता
पूर्व विधायक संजीव सिंह को एम्स दिल्ली के स्थान पर तिहाड़ जेल ले जाने की अनुमति पर बोले अधिवक्ता
मिरर मीडिया : झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के अधिवक्ता ने मौजूदा परिदृश्य और सरकार की कार्यवाही को देखते हुए उनकी जान पर खतरा बताते हुए राज्य सरकार और जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाया है।
पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी पूर्व विधायक संजीव सिंह के अधिवक्ता ने अपने मुवक्किल की जान पर खतरा बताते हुए राज्य सरकार और जेल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाया है।
जिस तरह से 3 दिसम्बर को आरोपी शूटर अमन सिंह की हत्या जेल के अंदर गोली मार कर दी गई। और इस पूरे प्रकरण को लापरवाही के दृष्टिकोण से देखकर अधिकारीयों को निलंबित कर दिया गया। अधिवक्ता ने बताया कि इस हत्याकांड मामले को लापरवाही के अलावे किसी के सहयोग और संलिप्तता की दृष्टिकोण से क्यूं नहीं देखा गया। इस तरह से पूर्व विधायक संजीव सिंह भी पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी है और धनबाद जेल में बन्द है।
फिलहाल पूर्व विधायक का इलाज जेल प्रशासन की निगरानी में रांची रिम्स में चल रहा है। संजीव सिंह गम्भीर बीमारी से ग्रसित है जिसका इलाज वहां नहीं है अतः रिम्स मेडिकल बोर्ड ने एम्स ले जाने की बात कही थी। कोर्ट ने इसे लेकर जेल प्रशासन को आदेश भी दिया है लेकिन 117 दिन बीतने के बावजूद केवल पत्राचार ही हो रहा है।जबकि बेहतर इलाज के लिए एम्स दिल्ली के स्थान पर तिहाड़ जेल दिल्ली ले जाने की अनुमति जेल आईजी द्वारा मांगा गया है।
अधिवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार, जेल प्रशासन की मंशा सही नही है। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्या आरोपियों को गोली से या इलाज के अभाव में मरवाना चाहती है।