भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत एक विशेष जागरूकता एवं लाभुकों के संतृप्तिकरण (Saturation) अभियान की शुरुआत 15 जून 2025 से की जाएगी, जो 30 जून 2025 तक चलेगा।
इस अभियान का उद्देश्य देशभर के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है। ऐसे गांव, जहां 50% से अधिक या 500 से अधिक की जनसंख्या आदिवासी है, उन्हें इस अभियान के लिए चुना गया है।
जमुई जिले में प्रारंभिक सूची के अनुसार ऐसे 91 गांव चिन्हित किए जा रहे हैं। इन गांवों में विभागीय स्तर पर पात्रता के अनुसार सर्वेक्षण कर योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया जाएगा।
इस दौरान लगने वाले विशेष शिविरों में आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आयुष्मान भारत कार्ड, प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि योजना, जनधन योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन (वृद्धा, विधवा, दिव्यांग), मनरेगा जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, मुद्रा लोन तथा मातृ एवं शिशु कल्याण से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य, खाद्य, ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, कृषि, राजस्व, पंचायत समेत अन्य विभागों का समन्वय सुनिश्चित किया गया है।