धनबाद जिले के धनसार थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ दो नाबालिग बच्चियों के अपहरण का आरोप एक अलग समुदाय के युवक पर लगाया गया है। यह मामला न केवल क्षेत्र में सनसनी फैलाने वाला है, बल्कि किशोरियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े करता है।
कैसे हुआ अपहरण का खुलासा
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक दोनों नाबालिग बच्चियों को अपने साथ बहला-फुसलाकर वाहन में बैठाकर पश्चिम बंगाल ले गया था। वहां उसने दोनों को अपनी बहन के घर में छिपा कर रखा हुआ था। इसी दौरान उनमें से एक नाबालिग ने किसी तरह एक मोबाइल फोन हासिल कर अपने परिजनों से संपर्क किया।
फोन कॉल के आधार पर स्थानीय पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन को ट्रेस किया और तत्परता दिखाते हुए बंगाल के रानीगंज और आसनसोल के बीच जामुड़िया थाना क्षेत्र से दोनों बच्चियों को रेस्क्यू किया। साथ ही आरोपी युवक को भी गिरफ्तार कर धनबाद लाया गया और जेल भेज दिया गया है।
हालांकि नाबालिग के परिजनों ने थानेे में अपहरण का मामला दर्ज कराया था पर इसी के बीच मोबाइल लोकेशन के आधार पर मामले का खुलासा हुआ और अपहरण कर्ता पकड़ा गया।
देह व्यापार से जुड़ाव की आशंका
हालांकि, पुलिस की ओर से अभी तक स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा गया है कि आरोपी का मकसद क्या था, लेकिन शुरुआती जांच और परिस्थितियों को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि यह मामला देह व्यापार से जुड़ा हो सकता है। आरोपी जिस तरह से बच्चियों को चुपचाप बंगाल ले गया और वहां किसी महिला के घर में छिपाकर रखा, उससे इस संदेह को बल मिल रहा है।
पुलिस की सक्रियता और आगे की जांच
धनसार थाना पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए हर पहलु की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं आरोपी किसी बड़े गिरोह से तो नहीं जुड़ा हुआ था। इस बात की भी जाँच की जा रही है कि क्या पहले भी उसने ऐसा कोई अपराध किया है या किसी गिरोह के लिए काम करता है।
बच्चों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बच्चों, खासकर किशोरी लड़कियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन कितने सजग हैं। अगर समय रहते नाबालिग लड़की ने फोन न किया होता तो शायद मामला और गंभीर हो सकता था।