जमशेदपुर : जिला उपायुक्त विजया जाधव द्वारा जिले में गठित प्लानिंग एंड मॉनिटरिंग यूनिट की बैठक में आकांक्षी जिला के इंडिकेटर्स स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन, आधारभूत संरचना, कौशल विकास व वित्तीय समावेशन पर चर्चा की गई तथा इन सभी संकेतकों को प्रखंड स्तर तक विस्तार देते हुए कार्य करने व माइक्रो लेवल मॉनिटरिंग का निदेश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में लोगों को शासन प्रशासन के स्तर से सुविधाएं जरूर उपलब्ध कराई जा रही हैं, लेकिन आवश्कता है कि इन सबके बीच लोगों को शिक्षित व जागरूक भी किया जाय। उन्होने कॉम्यूनिकेशन फॉर डेवलपमेंट पर बल देते हुए कहा कि विकास का खाका ऐसा हो कि लोगों के समग्र विकास की दिशा में कार्य किया जा सके। उदाहरण देते हुए बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों तक आने वाले बच्चे के पोषण तथा स्वास्थ्य का ख्याल तो जरूर रखना है, लेकिन इन सबके बीच हमें यह भी देखना होगा कि खेल-खेल में उन्हें शिक्षित व जागरूक कैसे किया जाए। उन्होने इस संबंध में आंगनबाड़ी के लिए बेसिक सिलेबस डिजाइन करने के निर्देश दिए ताकि बच्चों के बौद्धिक विकास की दिशा में भी कार्य हो सके। उपायुक्त ने कहा कि डेवलपमेंट प्लान बनाते हुए एक कार्ययोजना तैयार करें कि जिले के किसी खास क्षेत्र में आकांक्षी जिला के इंडिकेटर्स पर क्या व कितना कार्य करने की आवश्यकता है। इसके अलावा उन्होने स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में कार्य कर रहे संस्थाओं से भी वार्ता का सुझाव दिए ताकि जिले में इस कार्य से जुड़े लोगों को शिक्षित व प्रशिक्षित किया जा सके तथा जिसका समुचित लाभ जिलेवासियों को मिले।
जिला उपायुक्त विजया जाधव ने शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की बात करते हुए कहा कि स्वच्छता, मेन्सट्रूअल हाइजीन, खाने से पहले व शौच के बाद हाथ धोने, संस्थागत प्रसव, भोजन में पोषक तत्वों की जरूरत आदि जैसे विषयों पर जागरूकता लाने के साथ-साथ शिक्षित करना भी जरूरी है। उदाहरण के तौर पर उन्होने कहा कि लोगों को यह जानकारी जरूर हो कि संस्थागत प्रसव के लिए जाना क्यों जरूरी है, प्रसव तो घर में भी हो सकता है लेकिन वो कितना खतरनाक हो सकता है लोग इस विषय में शिक्षित हों। उपायुक्त ने कहा कि इस प्रकार इन मुद्दों को प्रभावी ढंग से सम्बोधित करना और समुदाय को अच्छे स्वास्थ्य और पोषण के महत्व के बारे में जागरूक व शिक्षित करना अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। स्कील डेवलपमेंट को लेकर उन्होने लोगों को मोबिलाइज करने के निर्देश देते हुए कहा कि वीडियो, पंपलेट, सफल लोगों की कहानी प्रदर्शित करते हुए स्कील डेवलपमेंट के कार्यक्रमों से जोड़े तथा उनके रूचिकर क्षेत्र में क्या बेहतर उपलब्ध है, क्या संभावनाएं है, विशेषज्ञों से मार्गदर्शन कराए।