मिरर मीडिया : कानपुर में शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद पुलिस ने अबतक 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर एक्ट लगाकर सभी उपद्रवियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस हिंसा का मास्टर माइंड PFI का हयात जफ़र हाशमी अभी पुलिस की गिरफ्त से फरार है और उसकी गिरफ़्तारी के लिए तलाश जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हिंदू पक्ष को दुकाने बंद करने को कहा जिसपर वे नहीं माने और विरोध करने पर नाम पूछ कर हिंसा शुरू का दी। हालांकि जो घटनाक्रम है उससे साफ पता चलता है कि यह पहले से हो नियोजित की गई हिंसा थी।
हालांकि फिलहाल स्थिति सामान्य है और पुलिस प्रशासन के नियंत्रण में है। दरअसल पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद यहां हिंसा भड़क गई थी। इसमें ख़ास बात ये है कि इसी दिन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के कार्यक्रम होना तय था। इसमें असलह, पेट्रोल बम, पत्थर इत्यादि चीजे हिंसा के लिए पहले से सुनियोजित तरीके से तैयार कट के रखी गई थी।
गौरतलब है कि मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी सहित कुछ स्थानीय नेताओं ने शुक्रवार को टिप्पणियों के खिलाफ दुकानों को बंद कराने का आह्वान किया था। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने जुलूस भी निकाला और उस दौरान दूसरे समुदाय के कुछ लोगों से भिड़ गए, जिसके कारण संघर्ष हुआ। उन्होंने बताया कि जल्द ही सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और राहगीरों सहित करीब आधा दर्जन लोग हिंसा में गंभीर रूप से घायल हुए हैं।