डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: झारखंड राज्य स्थापना दिवस और ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के पावन अवसर पर जमशेदपुर के बिरसानगर में एक भव्य और गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। इस दोहरे उत्सव को पूरे उत्साह और सम्मान के साथ मनाया गया, जहां जनजातीय नायक की अमर विरासत को याद किया गया।
उपायुक्त ने दी श्रद्धांजलि, दिया मार्गदर्शन
समारोह में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
विरासत का गुणगान: उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने स्वतंत्रता संग्राम में जिस साहस और दूरदर्शिता का परिचय दिया, वह भावी पीढ़ियों के लिए अक्षय ऊर्जा स्रोत है।
आदर्शों को अपनाने की अपील: उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे बिरसा मुंडा के आदर्शों और विचारों को आत्मसात करें और सामाजिक एकता को मजबूत बनाने का संकल्प लें। उनका मानना था कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उनके मार्ग पर चलना आवश्यक है।
राज्य की प्रगति पर ज़ोर: उपायुक्त ने जिलेवासियों को झारखंड स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए राज्य के विकास और प्रगति में हर नागरिक की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
बिरसा सेवा दल ने किया आयोजन
यह प्रेरणादायक कार्यक्रम बिरसा सेवा दल पंचायत समिति द्वारा आयोजित किया गया था। सुबह से ही विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, जिला प्रशासन के पदाधिकारी और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में ‘धरती आबा’ को श्रद्धांजलि देने के लिए जमा हो गए थे। वक्ताओं ने भगवान बिरसा मुंडा के अमूल्य योगदान, उनके संघर्ष और ‘उलगुलान’ के माध्यम से स्थापित उनकी विरासत पर विस्तार से चर्चा की।

