इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल तट पर पहुँचने की संभावना है। यह तिथि सामान्य आगमन तिथि (1 जून) से लगभग पाँच दिन पहले है। विभाग ने इस अनुमान के साथ ±4 दिनों की संभावित त्रुटि भी जोड़ी है।
मानसून के जल्दी पहुँचने से देश के कई हिस्सों में खरीफ फसलों की बुआई समय पर होने की संभावना है, जिससे फसल उत्पादन बेहतर हो सकता है। साथ ही जलाशयों का जलस्तर बढ़ने की भी उम्मीद है, जिससे पीने और सिंचाई के पानी की उपलब्धता में सुधार होगा।
IMD पिछले दो दशकों से केरल में मानसून की शुरुआत की तिथि का पूर्वानुमान जारी करता आ रहा है। 2020 से 2024 तक के पूर्वानुमानों की सटीकता को देखते हुए, विभाग को इस वर्ष के अनुमान पर भी पूरा भरोसा है।