मिरर मीडिया : सरकार की बड़ी-बड़ी योजनाएं और उसपर किये गए दावे की पोल उस समय खुल जाती है जब हम धरातल पर कुछ और देखते हैं यानी उसके विपरीत। आज हम बात कर रहें हैं धनबाद स्थित रानी बाँध के नजदीक बहती हुई गंदे नाले के पानी की। सवाल तो तब उठता है ज़ब नाले का गंदा और बदबूदार पानी नाले में ना बहकर सड़क पर बहने लगे। सवाल तो यहाँ भी उठता है ज़ब नाली का पानी तालाब में बहने लग जाए।

पथ निर्माण विभाग ने सड़क तो बना दिया और साथ में नाले का निर्माण करा दिया पर इसे साफ सुथरा रखने की जिम्मेवारी किसकी है? ये सब जानते हैं वहीं धनबाद नगर निगम जैसे इससे बिल्कुल अनजान है रानी बांध में आगामी छठ पूजा का त्यौहार होने वाला है और तालाब काफ़ी दयनीय स्थिति में है तालाब में कचरे का अंबार लगा हुआ है नाले का पानी सड़क पर तो फैला हुआ ही है

इसके साथ ही रानी बांध में भी ये गंदी बदबूदार पानी बहता जा रहा है जिससे पानी प्रदूषित तो हो ही रहा है आसपास लोगों के सेहत पर भी असर डाल रहा है। आने जाने वाले लोग इस सड़क के बहते पानी से परेशान हैं सड़क का एक हिस्सा बदबूदार गंदी पानी से पटा पड़ा है जिससे लोगों को बगल से होकर गुजारना पड़ता है कुल मिलाकर अमृत महोत्सव के तहत स्वछता के दावे खोखले नजर आ रहे हैं और उसपर अमल करने वाले अधिकारी नगर निगम मौन और अनजान है।