दिल्ली: इस बार के गणतंत्र दिवस परेड में, महिला शक्ति और शौर्य का अद्भुत प्रदर्शन होगा। झलक मिली है कि दिल्ली पुलिस की महिला जवान, सेना की महिला अधिकारियों, और चिकित्सकीय सेवा से जुड़ीं महिला कर्मियों ने पहली बार परेड में शानदार प्रस्तुति दी है। इसके साथ ही, 26 जनवरी को होने वाले प्रदर्शन में 1,500 महिला लोक नृत्य कलाकारों ने अपने नृत्य से सभी को मोहित कर दिया है।वायुसेना के विमानों ने आसमान में कलाबाजियां दिखाईं और पृथ्वी से आकाश तक शौर्य का संदेश दिया। परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी में श्रीरामलला के विग्रह का दर्शन, छत्तीसगढ़ की झांकी में बस्तर के आदिम जनसंसद मुरिया दरबार का प्रतीक्षा कर रहे हैं। राजस्थान की झांकी में लोकनृत्य और कठपुतली डांस से लोगों को रंगीनी दिखाई देगी, जबकि विदेश मंत्रालय की झांकी में जी-20 के सफल आयोजन की प्रस्तुति होगी।

इस बार की परेड में विभिन्नता है, क्योंकि वाद्य यंत्रों से लैस सौ महिलाओं का एक दस्ता परेड की अगुवाई करेगा, जिसमें शंख, नगाड़े, डमरू जैसे प्राचीन वाद्य यंत्र होंगे।गणतंत्र दिवस परेड के इस वर्ष के विशेषता में शामिल होने वाली महिला समूह का संदेश साफ है – शक्ति, साहस, और सामर्थ्य की आदर्श प्रतिष्ठा। पुराने और नए सेना क्षेत्रों से जुड़ी महिलाओं की उपस्थिति ने परेड को रौंगत भर दी है, उन्हें सम्मान और प्रशंसा के पात्र बनाते हुए।विमानों की उच्चतम स्थानों से जगुआर और सुखोई का दृश्य, वायुसेना की शक्ति और दक्षता को प्रतिष्ठानित करता है। उत्कृष्ट गतिविधियों के साथ, यह परेड दर्शकों को भौतिक और मानसिक रूप से प्रभावित करने का कारण बन रहा है।राष्ट्रीय एकता, सांस्कृतिक धरोहर, और रक्षा क्षमता को समर्पित इस विशेष पर्व पर, महिला सेनानियों और कर्मियों का समर्पण पूरे देश को गर्वित कर रहा है। इस साल की परेड का संदेश है, “महिलाएं सशक्त, समर्थ, और समर्पित”।