मिरर मीडिया : बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभानअल्लाह वाली कहावत तो आपने जरूर पढ़ी या सुनी होगी। ये कहावत यहाँ के बिजली विभाग में काफ़ी हद तक चरितार्थ होती नज़र आ रही है। दरअसल बिजली विभाग में आजकल सिंह साहब नाम की चर्चा काफ़ी सुनाई दे रही है और हो भी क्यूँ ना बिजली विभाग में साहब की हनक का फायदा जो उठा रहे हैं सिंह साहब! देखा जाए तो साहब के नाम पर ये उगाही भी कर रहे हैं।
हालांकि ये भी विचारणीय है कि इनके द्वारा की जा रही दलाली में पर्दे के पीछे कौन लोग हैं?
साहब जब से आए हैं तब से इनकी चांदी लगी हुई है। हर चीज में हस्तक्षेप करना इनकी आदत है और हर जगह इनको कमीशन भी चाहिए अधिकारियों के जुबान पर इनके नाम सुनते ही गाली आ जाती हैं लेकिन साहब का हाथ इस कदर इनके ऊपर है कि कोई कुछ बोलने की जहमत नहीं उठाता।
इनके सीन और पॉकेट इतने चौड़े हो चुके हैं की इन पर किसी के बातों का कोई असर नहीं पड़ता।
कबीर अधिकारियों एवं अभियंताओं में भी कानाफूसी हो रही है कैसे इससे छुटकारा पाया जाए पर साहब के संरक्षण में इनकी चांदी कट रही है। साहब के मेहरबानी का फायदा उठाकर ये कुछ ज्यादा ही हावी होने के चक्कर में लगे हुए हैं। चर्चा यह भी है कि साहब जहां भी जाते हैं इनको अपने साथ ले जाते हैं साहब का निर्देश कम रहता है पर इनका निर्देश ज्यादा रहता है हर जगह अधिकारियों को ये दिशा निर्देश देते नजर आते हैं साहब की हामी के कारण साहब की जगह यही मलाई मार रहे हैं, जबकि पहले के जो साहब थे वह इनको सीढ़ी भी नहीं चढने देते थे लेकिन पता नहीं इन्होने साहब की क्या कमजोरी नस पकड़ रखी है जो साहब इनपर इस कदर मेहरबानी बन बैठे है और अक्सर ऑफिस में सलाह मशवरा देते हुए नजर आ जाते है।
अब साहब इन पर कितना दिन मेहरबान रहते हैं और इनकी कब तक चांदी कटती है यह देखना होगा